-इस दीपावली शनि और वृहस्पति का अद्भुत संयोग

- ऐसा फिर होगा 616 साल बाद

- नौ में से सात ग्रह भी अनुकूल होंगे खरीदारी के लिए श्रेष्ठ

- सुबह आठ बजे से रात दो बजे तक है पूजन का मुहूर्त

<-इस दीपावली शनि और वृहस्पति का अद्भुत संयोग

- ऐसा फिर होगा म्क्म् साल बाद

- नौ में से सात ग्रह भी अनुकूल होंगे खरीदारी के लिए श्रेष्ठ

- सुबह आठ बजे से रात दो बजे तक है पूजन का मुहूर्त

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: इस दीपावली पर ज्ञान के भंडार भगवान गणपति और सुख-समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी की आराधना करने और उनकी कृपा पाने का अद्भुत संयोग बन रहा है। दीपावली पर म्0 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि न्यायाधिपति शनि और देव गुरु वृहस्पति अपनी उच्च राशि में रहेंगे। इस दिन नौ ग्रहों में सात ग्रह अनुकुल होंगे। जिस समय भारत में सिंह लग्न है, उसी समय अमेरिका में सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। मतलब रात्रि को जो भी साधना करते हैं, उनके लिए अद्भुत संयोग बन रहा है। ग्रह नक्षत्रों के संयोग के साथ अगर विधि-विधान से गणेश-लक्ष्मी का पूजन करेंगे तो घर परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहेगी और मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। तो आइए बताते हैं कि आज क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, ताकि लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहे।

क्9भ्ब् में बना था ऐसा संयोग

दीपावली पर पूजन हमेशा ही स्थिर लग्न में करना श्रेष्ठ रहता है, क्योंकि स्थिर लग्न में पूजन करने से माता-लक्ष्मी का स्थिर निवास होता है। ज्योतिषाचार्य व वास्तु शास्त्री अमित बहोरे की मानें तो ये दिन लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला दिन होगा। इस तरह का उच्च संयोग दुबारा म्क्म् साल बाद बनेगा। गुरु एवं शनि के उच्च राशि में रहते हुए दीपावली का ये योग क्9भ्ब् में बना था। उस समय मंगल भी मकर राशि में उच्च का था।

पूजा का मुहूर्त

माता लक्ष्मी व कुबेर की पूजा स्थिर लग्न में शुभकारी मानी जाती है। सुबह 7.भ्भ् बजे से लेकर मध्य रात्रि बाद तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। मान्यता है कि इस लग्न में पूजा करने से धन स्थिर रहता है।

स्थिर लग्न-

- सुबह 8.00 से लेकर क्क्.00 बजे तक वृश्चिक लग्न

- दिन में ख्.07 से फ्.फ्8 बजे तक कुंभ लग्न

- शाम म्.ब्म् बजे से रात 8.ब्ख् बजे तक वृषभ लग्न

- रात क्.क्फ् से फ्.ख्7 बजे तक सिंह लग्न

- सिंह लग्न में पूजा करने वाले ध्यान रखें कि अमावस्या रात ख्.ब्ब् बजे तक ही है।

नोट- सभी टाइम तीर्थ राज प्रयाग के मानक पर है।

इस तरह करें पूजा-

मनोवांछित फल के लिए माता लक्ष्मी की पूजन सामग्री में गुलाबी अबीर, इत्र, अबरख और कमल फूल अवश्य रखें।

- माता लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए माता को अवश्य चढ़ाएं फल में शरीफा

- गुड़ और खड़ी धनिया का भोग

- कमलगट्टे की माला

- कौडि़यां

घर के अलावा यहां जलाएं दीप

दीपावली प्रकाश पर्व है और इस प्रकाश पर्व में घर के हर हिस्से में प्रकाश करना चाहिए। परंतु घर के कुछ हिस्से में पूरी रात्रि दीपक अवश्य जलाना चाहिए।

-घर का ईशान कोण- पूर्व उत्तर का कोना

- जहां लक्ष्मी गणेश का पूजन हुआ हो

- तुलसी के पौधे के पास

- घर के मुख्य द्वार पर

- पीपल के पेड़ के नीचे

- बिल्व वृक्ष के नीचे

- घर के पास किसी मंदिर में

- पास के चौराहे पर

- शमी वृक्ष के पास

आज ऐसा करेंगे तो लक्ष्मी होंगी नाराज

- सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। ब्रह्मा मुहूर्त में उठ जाना चाहिए।

- कोशिश करें की दीपावली के दिन कोई अधार्मिक कार्य गलती से भी न हो।

- माता-पिता एवं वृद्ध जनों से दु‌र्व्यवहार न करें।

-किसी को धोखा न दें और झूठ न बोलें

- शाम के समय नहीं सोना चाहिए

- दीपावली के दिन क्रोध नहीं करना चाहिए। चिल्लाना भी नहीं चाहिए।

- ध्यान रखें की दीपावली के दिन घर में किसी प्रकार का कलह या झगड़ा न हो। जहां कलह और झगड़ा होता है, वहां देवी की कृपा नहीं होती है।

- शास्त्रों के अनुसार दीपावली के दिन किसी भी प्रकार का नशा वर्जित है।

कृपा पाने का ये भी है उपाय

- घर में आपसी तनाव दूर करने के लिए पूजा के दौरान कुबेर थैली में जाफर रखें

- समृद्धि के लिए दीपावली के दिन मनी प्लांट लगाना चाहिए।

- इस दीपावली से अपने पास चांदी का शुक्र यंत्र रखें। इससे धन संबंधी कार्यो में सफलता प्राप्त होती है।

- दीपावली की रात सोने या चांदी की लक्ष्मी की प्रतिमा का पूजन करें, उसे धन स्थान पर रखें।

- भाई या बहन को सफेद वस्त्र के साथ चांदी का सिक्का उपहार में दें।

- माता से सफेद कपड़े में चावल और चांदी का सिक्का लेकर धन स्थान पर रखने से मां लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है।

- लक्ष्मी पूजन के साथ अपने कुल के देवी-देवताओं का पूजन करें

- लक्ष्मी जी को कमल, पुष्प और कमल गट्टा अर्पित करें

- भोज पत्र पर लाल चंदन से श्रीं: लिख कर उसकी पूजा करें।

- सुगंधित सफेद फूल महालक्ष्मी को चढ़ाएं

- चांदी के चौकोर पात्र पर लक्ष्मी जी की स्थापना करें।

- पिता से सोना लेकर धारण करें या धन स्थान पर रखें और उसकी पूजा नियमित रूप से करें। इस उपाय से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त हो सकती है।

- इस दीपावली पर स्फटिक के श्री यंत्र की स्थापना करेंगे तो आपके घर लक्ष्मी जी का वास होगा।