छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : फास्ट फूड और जंक फूड की बढ़ती लत बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकती है। इनमें पोषक तत्वों का सही बैलेंस न होने की वजह से समुचित पोषण नही मिल पाता है, जिसकी वजह से बच्चे मालन्यूट्रिशन का शिकार तो बनते ही है, साथ ही ऐसे फूड आयटम्स में फैट और कार्बोहाइड्रेड का अनुपात सही ना होने के कारण ओबेसिटी की समस्या भी होती है। बोकारो से आए डॉ इंद्रनिल चौधरी। डॉ इंद्रनिल चौधरी ने रविवार को इंडियन एकेडमी ऑफ पीडिएट्रिक्स (आईएपी) के एनुअल कॉंफ्रेंस के दौरान ये बातें कही। कॉंफ्रेंस के दूसरे और अंतिम दिन चाइल्ड हेल्थ से रिलेटेड कई टॉपिक्स पर चर्चा हुई। इस दौरान पीजी स्टूडेंट्स के लिए क्विज का भी आयोजन किया गया।

पोषण में कमी से ओबेसिटी की समस्या

आईएपी कॉंफ्रेंस के दूसरे दिन बच्चों के खानपान, लाइफस्टाइल से जुड़े विभिन्न पहलुओं सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। डॉ इंद्रनिल चौधरी ने जहां फास्ट फूड और जंक फूड से होने वाल हानियों के बारें में बताया वही रांची के डॉ पीके गुप्ता ने चाइल्डहुड ओबेसिटी के संबंध में कई बाते बताई। डॉ पीके गुप्ता ने रोजमर्रा के जीवन में फिजिकल वर्क की कमी, आउटडोर गेम्स की कमी और खानपान में आ रहे बदलावों की वजह से पोषण में आ रही कमी को बच्चों में ओबेसिटी का मुख्य वजह बताया। कॉंफ्रेंस के दौरान महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के तरीकों पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही कई सेशन्स ऑर्गनाइज किए गए जिनमें चाइल्ड हेल्थ से जुड़े महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर चर्चा की गई।

अलग तरीके से पेन व्यक्त करते हैं न्यूबो‌र्न्स

डिफरेंट स्टडीज में देखा गया है की छोटे बच्चों यहां तक की न्यूबॉर्न बेबीज में भी दर्द की संवेदना होती है। पर दर्द को व्यक्त करने का उनका तरीका अलग होता है। ये बाते कही डॉ रमणी रंजन ने। उन्होंने कहा कि बच्चे फेशियल एक्सप्रेशन, ह्रृदय गति और सांसों की गति में परिवर्तन, मांसपेशियों के संकुचन, शारीरिक गतिविधियों में बदलाव के जरिए दर्द को व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा की नर्सरी में वेंटिलेटर पर रखे शिशु भी दर्द की अभिव्यक्ति करते है। डॉ रमणी रंजन ने कहा कि इसके अलग-अलग कारणों का विश्लेषण करके इसका इलाज किया जा सकता है।

क्विज का हुआ आयोजन

पीजी स्टूडेंट्स के लिए क्विज का भी आयोजन किया गया। क्विज में टीएमएच, टाटा मोटर्स हॉस्पिटल, बोकारो जेनरल हॉस्पिटल और रिम्स रांची के टीम्स ने हिस्सा लिया। क्विज में टाटा मोटर्स हॉस्पिटल के वेंकट रेड्डी और अमलेंदु की टीम को फ‌र्स्ट प्राइज मिला वही टीएमएच के रम्या मृदुला और एसके महापात्रा की टीम के सेंकेंड प्राइज मिला। डॉ सुधीर मिश्रा और डॉ सरला सुंदर ने क्विज को कंडक्ट किया। प्रोग्राम के अंत में आईएपी का एनुअल जनरल मीटिंग में नई कार्यकारिणी का गठन हुआ, जिसमें बोकारो की फाल्गुणा चटर्जी को प्रेसिडेंट चुना गया। साथ ही अगले वर्ष बोकारो में एनुअल कॉंफ्रेंस आयोजित करने पर भी सहमति बनी।