- पुलिस ने लाठी फटकार विरोध कर रहे लोगों को खदेड़ा

- जागृति विहार सेक्टर पांच में महिला की शिकायत पर कमिश्नर ने दिए आदेश

मेरठ : जागृति विहार में नगर निगम और आवास विकास परिषद की टीम ने पार्क में निर्माणाधीन मंदिर को ध्वस्त कर दिया। पुलिस बल के साथ पहुंची टीम को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। पथराव की नौबत आने पर पुलिस ने लाठियां फटकार लोगों को खदेड़ा। स्थिति तनाव पूर्ण होते देख अधिकारी निर्माण को बिना समतल किए वापस लौट आए।

जमकर हुआ विरोध

जागृति विहार सेक्टर पांच स्थित मकान नंबर 209 में कालीमाता का मंदिर है। मकान नंबर 211 निवासी अर्चना त्यागी ने पिछले दिनों कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार से उक्त मंदिर के पुजारी ब्रजभान दत्त कौशिक पर पार्क की भूमि पर विगत कई दिनों से मूर्ति स्थापित कर लगभग डेढ़ सौ वर्गमीटर में निर्माण कार्य किए जाने की शिकायत की थी। बुधवार को महिला कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार से मिली। कमिश्नर ने आवास विकास के अभियंता और नगर निगम को अवैध रूप से मंदिर को ध्वस्त करने का निर्देश दिया। कई थानों की पुलिस बल के साथ नगर निगम की अधिशासी अभियंता मीना सिंह, आवास विकास के डीके गोयल और देवेंद्र सिंह पहुंचे। जेसीबी से जैसे निर्माण तोड़ा जाने लगा लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। निर्माणकर्ता पुजारी ने मंदिर को तोड़ने का विरोध किया। जिस पर अधिकारियों ने कहा अगर मंदिर बनाना है तो अपनी भूमि पर बनाओ सार्वजनिक भूमि पर निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। मंदिर तोड़े जाने की सूचना पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए।

मूर्ति उठाने को लेकर आमने-सामने

निर्माण को तोड़े जाने के बाद जब मूर्तियां हटाने की बात आई तो पुजारी ने मूर्ति ले जाने से मना कर दिया। इस बीच शिकायतकर्ता महिला ही विग्रहों को अपने घर ले गई। मूर्ति उठाने के बाद टीम जब निर्माण स्थल को समतल करने लगी उसी दौरान भीड़ में विरोध कर रहे एक व्यक्ति ने तो पत्थर उठा लिया। पुलिस ने किसी तरह विरोध कर रहे लोगों को खदेड़ा।