- हार के कारणों पर मंथन के लिए बुलाई थी बैठक

कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जमकर हुई हाथापाई

कार्यकर्ताओं ने कहा, पार्टी में उनकी आवाज दबाई जा रही

ROORKEE: विधानसभा चुनाव में हुई हार की समीक्षा करने के लिए जुटे कांग्रेसी पार्टी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की मौजूदगी में ही आपस में भिड़ गये। बात हाथापाई तक जा पहुंची, इसके बाद कई कार्यकर्ता वापस लौट गये।

जमकर हुआ हंगामा

चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए कांग्रेस की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन बैठक में कांग्रेसी हार की कारणों की पड़ताल करने के बजाए आपस में भिड़ गये और हंगामे की स्थिति पैदा हो गई। हंगामे और हाथापाई के चलते बैठक में न तो हार के कारणों की समीक्षा हो पाई और न ही कोई निर्णय ही लिया जा सका।

शनिवार को कांग्रेस की ओर से रामपुर मच्छी मोहल्ला रोड स्थित मुस्कान पैलेस में विधानसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में तीनों विधायकों समेत सभी हारे हुए प्रत्याशियों को भी बुलाया गया। प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने जैसे ही संबोधन शुरू किया तो कांग्रेस के कई कार्यकर्ता बोले कि आज नेताओं के बजाय कार्यकर्ताओं की बात सुनी जाए। पार्टी किस वजह से चुनाव हारी है और क्यों मुख्यमंत्री हरिद्वार में चुनाव हार गए, इस पर बात हो।

कार्यकर्ता को घसीट कर निकाला बाहर

इसी बीच वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वेदपाल सैनी ने बोलना शुरू किया तो विधायक फुरकान अहमद के समर्थकों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वेदपाल सैनी ने पार्टी के खिलाफ काम किया और आज वह मंच पर कांग्रेसी होने की दुहाई दे रहे हैं। इसके बाद दोनों पक्ष भिड़ गए। इसी बीच वेदपाल सैनी वहां से चले गये। इसके बाद एक अन्य कार्यकर्ता को विधायक फुरकान अहमद ने शांत रहने को कहा तो वह भड़क उठे। फुरकान ने डांटा तो कार्यकर्ता ने आपा खो दिया, इसके बाद फुरकान समर्थक उसे घसीटते हुए बाहर ले गये। यहां उसने फिर हंगामा किया तो उसे बैठक से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद भी काफी देर तक हंगामा होगा रहा।

'अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं'

इस दौरान मेयर यशपाल राणा ने भी कार्यकर्ताओं की बात को गंभीरता से सुनने का आग्रह प्रदेश अध्यक्ष से किया। इसके बाद किशोर उपाध्याय ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही जिन लोगों ने पार्टी विरोधी काम किया है, वह स्वत: ही इस्तीफा दे दें। इस मौके पर विधायक काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद और ममता राकेश के साथ ही जोत सिंह बिष्ट, मनोहर लाल शर्मा, सत्यपाल सिंह, विकास त्यागी, दिनेश कौशिक, नगर अध्यक्ष कलीम खान, सचिन त्यागी, अशोक चौधरी, सपना वाल्मीकि आदि मौजूद रहे।

दबा रहे कार्यकर्ताओं की आवाज

किशोर उपाध्याय बैठक के दौरान जब अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे थे, तभी कांग्रेस कार्यकर्ता बिट्टू शर्मा ने अपनी बात कहनी शुरू की। पहले तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की। बाद में किशोर उपाध्याय ने उन्हें चुप कराना चाहा पर वह नहीं रुके और आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाने का काम कर रही है। इस पर किशोर उपाध्याय उन्हें बैठक से निकल जाने को कहा। जब वह बाहर नहीं गये तो कार्यकर्ता उनको उठाकर ले गये और बैठक से बाहर कर दिया।

कई प्रत्याशी नहीं पहुंचे बैठक में

समीक्षा बैठक के दौरान झबरेड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी राजपाल सिंह, लक्सर से तस्लीम, ज्वालापुर एसपी सिंह इंजीनियर पहुंचे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक सुरेश चंद जैन बैठक में नहीं पहुंचे। इसके अलावा खानपुर सीट से कांग्रेस से चुनाव लड़े चौधरी यशवीर सिंह, हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव लड़े पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी नहीं पहुंचे।