बच्चा चोर एक्टिव हुए वार्ड में, पुलिस की धमकी पर वार्ड से भागी संदिग्ध महिला

सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से सुरक्षा पर जवाब नहीं, कोतवाली पुलिस से मांगी मदद

BAREILLY: क्ब् सितंबर को भोजीपुरा जंक्शन पर रेलवे ट्रैक के बीचोबीच पड़ी मिली नवजात को भले ही इलाज नसीब हो गया हो, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते अब सुरक्षा ही दांव पर लग गई है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड में एडमिट नवजात बच्ची के लिए पांच दिन बाद भी सुरक्षा नहीं मुहैया कराई जा सकी है। थर्सडे को एक घटना के बाद बच्चा चोर गिरोह के वार्ड में एक्टिव होने की आशंका बढ़ गई है। थर्सडे को एक संदिग्ध महिला के वार्ड में मंडराने और उसकी गतिविधियों ने नर्सिंग स्टाफ को शक में डाल दिया। नर्सिंग स्टाफ ने उस संदिग्ध महिला को बच्चे से दूर रखते हुए उसके खिलाफ एक्शन लेने की चेतावनी दी तो वह वार्ड से फरार हो गई।

पुलिस के नाम पर भ्ागी महिला

थर्सडे को करीब ब्भ् साल की एक महिला ने नवजात को देखने की इच्छा जताई। स्टाफ ने उसे बच्चा दिखाने से इंकार करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट के पास जाने की सलाह दी। इस पर महिला वार्ड में चक्कर काटती रही और नवजात को अकेले में देखने की कोशिश करती रही। महिला की गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर स्टाफ नर्स इंदुउपमा ने उसे वार्ड से बाहर जाने और पुलिस को बुलाने का डर दिखाया तो वह भाग खड़ी हुई। नर्सिग स्टाफ की कमी के चलते नवजात और दूसरे मासूमों पर हर समय निगरानी नहीं हो पा रही, जिसका संदिग्ध फायदा उठाने की फिराक में हैं।

नहीं मिली पुलिस सुरक्षा

नवजात बच्ची को गोद लेने और उसे देखने के ख्वाहिशमंद लोगों की बच्चा वार्ड में भीड़ बढ़ती ही जा रही है। नवजात की सेहत थोड़ा सुधरने पर उसे एनआईसीयू से निकालकर वार्ड में नर्सिंग केबिन में स्टाफ में ही रखा गया है। नवजात की सुरक्षा के लिए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट से महिला कांस्टेबल तैनात कराने की मांग की गई थी, जिस पर न कोई जवाब आया और न ही पुलिस कांस्टेबल ही मिले। अब सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी की ओर से कोतवाली पुलिस से नवजात की ख्ब् घंटे निगरानी के लिए महिला कांस्टेबल की मांग की गई है।