-दीपावली पूजन के साथ शुरू हुआ पटाखे व आतिशबाजी छुड़ाने का सिलसिला

-एटमॉस्फियर में नमी होने के कारण फिजा में घुला बारूद, अस्थमा पेशेन्ट व बुजुर्ग हो गए परेशान

KANPUR: दिवाली पूजन के साथ जमकर आतिशबाजी व पटाखे छुड़ाए गए, लेकिन एटमॉसफियर में 90 परसेंट के करीब नमी होने के कारण फिजा में बारूद की गन्ध भर गई। जिससे खासतौर पर अस्थमा पेशेंट व बुजुर्ग परेशान हो गए।

धनतेरस से ही शुरु हो गया था सिलसिला

दशहरा के बाद ही नानाराव पार्क में क्रैकर्स मार्केट सज गई। इसके बाद विभिन्न एरिया में पार्क आदि जगहों पर पटाखा मार्केट्स लग गई। केवल धनतेरस पर ही ब् करोड़ से अधिक के पटाखे बिक गए थे। गुरूवार को दिवाली होने के बावजूद भी सुबह से होलसेल मार्केट नानाराव पार्क में आतिशबाजी खरीदने वालों की लाइन लगी रही। लोग बच्चों के साथ आतिशबाजी करने के लिए पहुंचे। जबरदस्त भीड़ के कारण मनपसन्द पटाखे व आतिशबाजी खरीदने के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा। कुछ लोगों को मनपसन्द पटाखे न मिलने के कारण निराशा भी हुई। फिर दीपावली पूजन के बाद पटाखे और आतिशबाजी छुड़ाने का दौर शुरू हो गया।

सब ने छुटाए पटाखे

बच्चों से लेकर बड़ों तक ने अनार, चकरघिन्नी, राकेट, बुलेट बम, चटाई, जानेमन, हंटर, मेहताब आदि पटाखे व आतिशबाजी छुड़ाई। ये सिलसिला देर रात तक चलता रहा। इधर हुदहुद के असर के कारण लगातार दो दिनों तक हुई बारिश के बाद से लगातार एटमॉसफियर में नमी बनी हुई है। मैक्सिमम ह्यूमिडिटी 90 परसेंट से अधिक तक दर्ज हो रही है। जिसके कारण खासतौर पर रात में फिजा में हर ओर बारूद की गन्ध भर गई। पटाखे व आतिशबाजी में इस्तेमाल किए गए पोटेशियम, सल्फर, कार्बन जैसे जहरीले केमिकल घुल गए। इससे बुजुर्ग और अस्थमा पेशेन्ट को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। एटमॉसफियर में नमी होने के कारण इससे उन्हें जल्दी छुटकारा भी नहीं मिल सका।