डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की पैथोलॉजी में मरीजों से जांच रिपोर्ट जल्द देने के नाम पर उगाही

हॉस्पिटल में नहीं हुई सुनवाई तो मजबूर मरीजों ने स्वास्थ्य निदेशालय में की शिकायत

>BAREILLY:

सीएम अखिलेश यादव के 23 मई को बरेली आने से पहले डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की तबीयत बिगड़ती जा रही है। मंडल के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल को घूसखोरी की बीमारी ने तेजी से गिरफ्त में ले लिया है। हॉस्पिटल के नामी विवादित ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ। केएस गुप्ता के बाद पैथोलॉजी के एक लैब टेक्निशियन, एलटी पर भी घूसखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। मरीजों की मुफ्त में की जाने वाली जांच रिपोर्ट जल्द दिलाने के नाम पर एलटी 100 रुपए बतौर सुविधा शुल्क वसूल रहा। गंभीर बात यह है कि यह सारा खेल दिन के उजाले में मरीजों से भरी पैथोलॉजी में हो रहा। जिस पर हॉस्पिटल के जिम्मेदारों की नजर नहीं जा रही।

रुपए दो, 30 मिनट में रिपोर्ट

हॉस्पिटल की पैथोलॉजी में ट्यूजडे दोपहर खून की जांच के लिए बुखार से पीडि़त सीबीगंज निवासी शबाना पहुंची। पैथोलॉजी में सैंपल देने के बाद जल्द रिपोर्ट मिलने की बात पूछी। आरोप है कि वीके गौतम नाम के एलटी ने महिला से रिपोर्ट जल्द देने के लिए 100 रुपए हाथों हाथ वसूल लिए। महिला को 30 से 45 मिनट के अंदर रिपोर्ट मिलने के लिए इंतजार करने को कहा गया। समय पर रिपोर्ट न मिलने पर परेशान महिला ने शिकायत के लिए लखनऊ डीजी हेल्पलाइन नम्बर नोट कर लिया। वहीं मंडे को बिहारपुर के रोहित सिंह की वाइफ सरिता की जांच रिपोर्ट जल्द देने के नाम पर 200 रुपए वसूले गए। रोहित ट्यूजडे को हॉस्पिटल कंप्लेन करने आए लेकिन सीएमएस डॉ। परवीन जहां के लखनऊ गए होने पर लौट गए।

एक दिन की देरी का खेल

हॉस्पिटल की पैथोलॉजी में मरीजों के लिए 44 से ज्यादा जांचों की सुविधा बिल्कुल मुफ्त है। एक रुपए के पर्चे पर मरीजों को मुफ्त इलाज के साथ ही जांच व दवा मिलती है। सुबह 8 से 11 बजे तक पैथोलॉजी में जांच के लिए सैंपल लेने का नियम है। इसके बाद दोपहर दो बजे तक रिपोर्ट मरीजों को दी जाती है। जो जांच रिपोर्ट रह जाती हैं, उन्हें अगले दिन मरीजों को दिया जाता है। सारा खेल इसी एक दिन की देरी का है। पैथोलॉजी में रोजाना ही दूर दराज के मरीज जांच के लिए आते हैं। इन मरीजों को उसी दिन रिपोर्ट देने और डॉक्टर से कंसल्ट कराने की सुविधा के बदले में जमकर उगाही हो रही।

हॉस्पिटल में मरीजों की जांच बिल्कुल मुफ्त है। रिपोर्ट के लिए 100 रुपए वसूला जाना बेहद गंभीर मामला है। एलटी के खिलाफ जांच व कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं।

- डॉ। सुबोध शर्मा, जेडी हेल्थ