- तीन माह में ही हो गए फेल, पानी में आर्सेनिक की जताई संभावना

- जिला अधीक्षक ने राजकीय निर्माण निगम को लिखा पत्र, स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर

BAREILLY:

सैदपुर कुर्मियान में बनी नई जिला जेल में लगाए गए हैंडपंप अधिकांश खराब हो गए हैं। एक हैंडपंप बचा है लेकिन उससे बालू आ रहा है और उसमें आर्सेनिक मिले होने की संभावना जताई जा रही है। पिछले तीन माह से हो रही शुद्ध पानी की किल्लत को देखते हुए अब जेल प्रशासन ने राजकीय निर्माण निगम और डीआरडीए को पत्र लिखकर नलों को ठीक कराने को कहा है। पानी में रेत मिले होने और आर्सेनिक की संभावना ऐसे जहरीला पानी को कैदी प्रयोग नहीं कर रहे हैं।

बीमार हो सकते हैं बंदी

उप्र राजकीय निर्माण निगम ने जिला जेल में आधा दर्जन से अधिक हैंडपंप लगाए थे। तीन माह में ही इन्होंने पानी देना बंद कर दिया। तत्कालीन जेल अधीक्षक दधीराम मौर्य ने निगम के परियोजना प्रबंधक को पत्र लिखा है। कहा है कि चक्र संख्या तीन के अहाता संख्या दस में इंडिया मार्का हैंडपंप बंद है। अहाता 11 चक्र की रसोईघर व चक्र के संवेदनशील अहाते में लगे हैंडपंप से रेत आ रही है। बंदियों द्वारा इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। क्योंकि यह पानी दूषित है जिसके सेवन से कैदी बीमार हो सकते हैं।

तीन माह में ही फेल

डीआरडीए की ओर से दिए गए हैंडपंप को राजकीय निर्माण निगम ने लगाया था। हैंडपंप लगाए तीन माह नहीं हुए और उनके खराब हो जाने पर अब निगम की कार्य प्रणाली पर बड़ा सवालिया निशान लगा है। वहीं, डीआरडीए की ओर से दिए गए हैंडपंप की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लग रहा है। सूत्रों का कहना है कि हैंडपंप के लिए लगाए जाने वाले पाइप कम प्रयोग हुए। इसके कारण प्रमुख स्टेटा का पानी नहीं मिल पा रहा है। और पहले या दूसरे स्टेटा का पानी दूषित है। फिलहाल यह जांच का विषय है।

पानी को तरस रहे बंदी

जिला जेल प्रशासन के लिखे पत्र के मुताबिक रसोईघर के पास का नल खराब होने से खाना बनाने के लिए पानी जाने में काफी दिक्कत हो रही है। साथ ही, बंदियों को भी शुद्ध पेयजल मयस्सर नहीं हो पा रहा है। भीषण गर्मी में टंकी से आने वाला पानी गर्म हो जा रहा है जो रात में भी गुनगुना रहता है। ऐसे में उसे मजबूरी में पीना पड़ रहा है। तीन माह से खराब नल के चलते अब कैदियों ने गर्म पानी का कम सेवन किया, जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। ऐसे में नल को जल्द ठीक करने को कहा है।

जिला जेल में नलों के खराब होने के मामले में जेल अधीक्षक का पत्र मिला है। इंजीनियर्स को नल को चेक करने के निर्देश दिए हैं।

साहित्य प्रकाश मिश्र, पीडी, डीआरडीए