-लेबर ऑफिस में औजार दिलाने के नाम 60 हजार की वसूली का आरोप

-लेबर ऑफिस से दिया गया टूटा हुआ गैंता और कुदाली

JAMSHEDPUR: भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार योजना के तहत मजदूरों को फ्री में दिए जाने वाले औजारों को देने में वसूली की गई है। प्रत्येक मजदूर से ख्00 रुपए लिए गए हैं। यह आरोप लगाया है मजदूरों ने। बुधवार को डिस्ट्रिक्ट लेबर ऑफिस में ख्0म् मजदूरों को एक-एक सेट औजार दिया गया। एक सेट औजार में एक कुदाल, कड़ाही, साबल, गैंता, बैलचा दिया गया है। ख्ख् महिला मजदूरों को प्रसूती लाभ योजना के तहत म्,90ख् रुपए के चेक दिया गया। दो मजदूर के परिजनों को अंत्येष्टि लाभ योजना के तहत भ्-भ् हजार रुपए का चेक दिया गया है। सभी मजदूर धालभूमगढ़ प्रखंड के हैं। मजदूरों ने आरोप लगाया कि उनमें से कई लोगों को टूटा-फूटा औजार भी दिया गया है।

भवन सन्ननिर्माण कर्मकार योजना के तहत मिलता है सामान

श्रम विभाग में निबंधित मजदूरों को भवन सन्ननिर्माण एवं कर्मकार योजना के तहत लाभ मिलता है। मजदूरों को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से फ्री में ये सामान दिए जाते हैं। इसके लिए मजदूरों को लेबर ऑफिस में रजिस्ट्रेशन कराना होता है। एक मजूदर को रजिस्ट्रेशन के लिए क्0 रुपए देने होते हैं। सदस्यता शुल्क के रूप में एक मजदूर को श्रम विभाग के खाते में क्00 रुपए जमा कराना होता है। इसके बाद मजदूरों को श्रम विभाग की ओर से जारी सभी लाभ दिए जाते हैं। इसके तहत मजदूरों का बीमा भी कराया जाता है। हेल्थ कार्ड के जरिए आपात स्थिति में या बीमार पड़ने पर मजदूरों फ्0 हजार रुपए तक का इलाज भी सरकारी या श्रम विभाग से संबद्ध किसी भी हॉस्पिटल में इलाज करा सकता है।

किराए के नाम पर हुई वसूली

मजदूरों से गांव के ठेकेदारों ने किराए के नाम पर वसूली की है। एक मजदूर से करीब ख्00 रुपए लिए गए हैं। बुधवार को करीब फ्00 मजदूर लेबर ऑफिस आए थे। गांव के मुखिया और छोटे नेताओं के साथ मजदूर लेबर ऑफिस पहुंचे थे। हालांकि, लेबर ऑफिस के अधिकारियों का कहना है कि मजदूरों को किसी के मार्फत आने के लिए मना किया गया है। उन्हें सीधा अधिकारियों से मिलने की बात कही गई है।

मजदूरों से पैसा नहीं लिया गया है। ये लोग दलाल के थ्रू ऑफिस आते हैं। दलाल ही इनसे वसूली करते हैं। मजदूरों को सीधे तौर पर अधिकारियों से मिलने को कहा जाता है।

-बीरेंद्र कुमार सिंह, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी

टूटा हुआ औजार दिया। गमला में होल हो गया है। रिटर्न करने के लिए बोला था, लेकिन अभी तक नहीं किया गया है।

पानमुनी सिंह, बागुलिया

औजार दिलाने के नाम पर ख्00 रुपए लिए गए। पहले ही रजिस्ट्रेशन कराए थे। काफी दिनों के बाद औजार मिला है।

सविता, डोबा

गैंता टूटा हुआ मिला है। औजार दिलाने के लिए पैसा भी दिया था। लेकिन उसके बाद भी टूटा हुआ सामान मिला है।

ऊर्मिला, डोबा

औजार नहीं मिला। जबकि ठेकेदार ने कहा था कि औजार मिलेगा। सुबह ही घर से निकली थी। आज दिनभर का मजदूरी भी चला गया।

ममता, डोबा