-डीरेके कर्मचारी नेता हत्याकांड के मेन आरोपी डब्लू राय को क्राइम ब्रांच ने मंडुआडीह से दबोचा

-वर्चस्व पर खतरा मंडराते देख टीके मुकेश को हटाया रास्ते से

डीएलडब्ल्यू कर्मचारी यूनियन के नेता टीके मुकेश की हत्या के बाद गुरुवार की रात हत्थे चढ़े मुख्य आरोपी डब्लू राय पंकज ने पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं। कई ऐसे राज उगले हैं कि खुद पुलिस भी भौंचक रह गई। पूछताछ में डब्लू राय ने पुलिस को बताया कि कर्मचारी परिषद से भाई बबलू को हटा दिए जाने से काफी शर्मिदगी महसूस हो रही थी, बबलू ने भी ऑफिस जाना कम कर दिया था। कर्मचारी नेता टीके मुकेश हर काम में अड़ंगा लगाने लगा था। टीके मुकेश के चलते उसके वर्चस्व पर खतरा मंडराने लगा था। इस पर उसे रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई। रिश्तेदार मटरू राय अपने साथ दो शूटरों को लाए थे और वारदात के बाद फरार हो गए। मटरू राय व उसके साथ मौजूद दो शूटरों ने भी टीके मुकेश की कार का पीछा किया था लेकिन गोली उसने मारी थी। वारदात के बाद वह बिहार, दिल्ली व हरियाणा में फरारी काट रहा था।

डीरेका में चल रहा माफियाराज

पुलिस लाइन में मीडिया से रूबरू एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार की रात एफसीआई गोदाम मंडुवाडीह से डब्लू राय को अरेस्ट किया। 25 हजार के ईनामी डब्लू ने अपने टीवी चैनल के माध्यम से कानपुर में फर्जी गिरफ्तारी की अफवाह उड़ाई थी। ताकि पुलिस का ध्यान भटका सके। उसके पास से 9 एमएम की पिस्टल और दो कारतूस बरामद किये गए हैं। पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि डीएलडब्ल्यू में माफियाराज चल रहा है। जेल में बंद माफियाओं तक हिस्सा पहुंच रहा है। इसमें खादी-खाकी से लेकर डीरेका में क्लास वन-टू के अफसर भी शामिल हैं।

दस हजार रुपये बतौर पुरस्कार

एसएसपी ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पर एसपी सिटी दिनेश सिंह, एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ व सीओ भेलूपुर एपी सिंह की टीम को बधाई दी। एसएसपी ने क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह व उनकी टीम को बतौर पुरस्कार दस हजार रुपये भी दिए। डब्लू को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओ मंडुआडीह अशोक सिंह, क्राइम ब्रांच के राकेश सिंह, संजय राय, सुमंत सिंह, टीपी यादव, विवेकमणि त्रिपाठी, रामभवन यादव, कुलदीप, सुरेंद्र मौर्य, पूनदेव सिंह, सुनील राय, चंद्रसेन, संतोष कुमार शामिल थे।