-डीएम और एडीएम से आई नेक्स्ट पेपर लेकर न्याय की गुहार लगाई, बेटियों का हक दिलाने की मांग की

-डीएम ने एसएसपी को कार्रवाई के लिए लिखा, इलाज का भी भरोसा दिलाया

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KANPUR : चमनगंज में ससुराल से निकाली गई एचआईवी पीडि़ता की खबर आई नेक्स्ट में पब्लिश होने के बाद पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया। पीडि़ता ने सोमवार को डीएम और एडीएम से इंसाफ की गुहार लगाई। उसने आई नेक्स्ट में पब्लिश खबर को दोनों अधिकारियों को दिखाकर अपना दर्द बयां किया। उसने मासूम बेटियों को उनका हक दिलाने की मांग डीएम से की। साथ ही उसने पुलिस के अमानवीय बर्ताव की शिकायत की। डीएम ने उसको ढांढस बंधाते हुए घर पर दाखिल कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने एसएसपी को लेटर भेजकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने पीडि़ता के इलाज के लिए सीएमओ को भी लेटर भेजा है।

क्योंकि वो भी मां हैं

चमनगंज में रहने वाली रेश्मा दोपहर क्ख् बजे बेटियों समेत डीएम आफिस पहुंच गई। उसको यकीन था कि डीएम रौशन जैकब एक महिला और मां होने के नाते उसका दर्द समझेंगी। वो डीएम ऑफिस पहुंची, तो वहां पर फरियादियों समेत नेताओं की भीड़ जमा थी। जिसे देखकर उसकी हिम्मत बोल गई। वो बेटियों समेत एडीएम सिटी अविनाश सिंह के पास पहुंच गई। उसने एडीएम से इंग्लिश में बात करते हुए बोला कि वो टूट चुकी है। वो बेटियों को लिए जीना चाहती है। उसकी बेटियों की पढ़ाई छूट गई है। पति ने उसका साथ छोड़कर कहीं चला गया है। ससुर ने उसको घर से निकाल दिया है। वो बेटियों समेत दर-दर भटक रही है। जिसे सुनते ही एडीएम सिंह ने उसको न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने एसएसपी को कार्रवाई और सीएमओ से उसके इलाज के लिए लिख दिया।

अब परेशान मत होना

रेश्मा एडीएम ऑफिस से बाहर आई, तो उसने देखा कि डीएम आफिस में कुछ भीड़ कम हो गई। वो हिम्मत जुटाकर बेटियों समेत अन्दर चली गई। उसने डीएम रोशन जैकब को अपना दर्द बया किया। डीएम ने उसकी मासूम बेटियों को देखा और कहा कि क्या इनको भी रेश्मा ने रोते हुए सिर हिलाया, तो उनको मामला समझने में जरा से भी देर नहीं होगी। उन्होंने रेश्मा से पूछा कि इलाज में तो कोई दिक्कत नहीं हो रही। इसके बाद उन्होंने एसएसपी को कार्रवाई के लिए लेटर भेजा। उन्होंने पीडि़ता को ससुराल में दाखिल कराकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। उन्होंने पीडि़ता ढांढस बंधाते हुए कहा कि अब कोई दिक्कत नहीं होगी। परेशान मत होना।

पुलिस खानापूरी करके चली जाती है।

रेश्मा की शिकायत पर डीएम ने एसएसपी को कार्रवाई के लिए लिखा, तो उसने डीएम से कहा कि पुलिस तो खानापूरी करके वापस चली जाती है। वो डेढ़ साल से थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन थानेदार कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। जिसे सुनने के बाद डीएम ने उससे कहा कि मैंने एसएसपी को लेटर भेजा है। वो जरूर कार्रवाई करेंगे।

डीएम पर है पूरा भरोसा।

आई नेक्स्ट ने पीडि़ता के डीएम ऑफिस से निकलने पर बात की, तो उसने कहा कि उसको डीएम पर पूरा यकीन है। वो भी तो एक मां है। उनको मेरे दर्द का एहसास होगा। मैने न्यूज पेपर में डीएम के बारे में पढ़ा है कि वो हर फरियादी की मदद करती है।