-डीआईओएस ऑफिस के एओ को लगाई फटकार, एओ पर था रिश्वत लेने का आरोप

-डीएम ने किया बीएसए ऑफिस का निरीक्षण, गंदगी और अव्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी

>BAREILLY : डीआईओएस ऑफिस में रिश्वत लेने की कंप्लेन मिलने के बाद ट्यूजडे को डीएम सुरेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया। उन्होंने अकाउंट ऑफिसर पूछा कि तुम्हारी बहुत शिकायतें मिल रहीं हैं। तुम रिश्वत लिए बगैर कोई काम नहीं करती हो। सुधर जाओ, नहीं तो जेल चले जाओगे। अकाउंट ऑफिसर को चेताते हुए वे अपने वाहन में बैठकर ऑफिस के लिए चले गए। इससे पहले डीएम ने बेसिक शिक्षा विभाग में भी निरीक्षण किया। इस दौरान सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और लेट आने वाले कर्मचारियों को फटकार लगाई।

सुबह 10 बजे पहुंचे डीएम

ट्यूजडे को डीएम सुरेन्द्र सिंह सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर बेसिक शिक्षा विभाग पहुंचे। बीएसए ऑफिस पहुंचते ही उन्होंने मेन गेट को बंद कर दिया। इसके बाद वे सीधे लेटर डिस्पैच रूम में पहुंचे, लेकिन उन्हें बाबू नदारद मिले। उन्होंने बीएसए के कमरे में रखा अटेंडेंस रजिस्ट्रर चेक किया। तो उन्हें बाबू संघ प्रकाश बौद्ध, भूपेन्द्र पाल सिंह, तेज पाल, दुष्यंत यादव, दिनेश सिंह, कंचन कन्नौजिया, डीएस रावत समय से उपस्थित मिले। वहीं, करीब दो दर्जन कर्मचारी अब्सेंट थे। उन्होंने ऑफिस के डॉक्यूमेंट्स को ठीक से नहीं रखने पर बाबुओं की फटकार लगाई। कुर्सी टूटी होने और टॉयलेट गंदे होने पर पर नाराजगी जताई। बेसिक शिक्षा विभाग के ग्राउंड फ्लोर का निरीक्षण करने के बाद डीएम फ‌र्स्ट फ्लोर पर पहुंचे। उन्होंने ऑफिस में मौजूद बाबुओं से उनका नाम और पटल पूछा। सर्व शिक्षा अभियान के डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डीनेटर अरविंद पाल से निर्माण कार्यो का जायजा लिया। जब वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके, तो फटकार लगाई। बीएसए ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के लिए बंटने आए रजिस्ट्रर और किताबों के नमूने को भी देखा। ऑफिस में लगे कबाड़ के ढेर पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि इसे तत्काल नीलाम किया जाए। साथ डॉक्यूमेंट को सही से रखा जाए।

बनाए तरह-तरह के बहाने

बेसिक शिक्षा विभाग का निरीक्षण करने के बाद डीएम मेन गेट पर आए। उन्होंने गेट पर पर खड़े सहायक लेखाधिकारी मनोज कुमार जेटली, बाबू प्रेम शंकर, हेमंत मौर्य, विपुल सक्सेना, कलावती, प्रेम से लेट आने का कारण पूछा, तो वे बहाने बनाने लगे। सहायक लेखाधिकारी ने कहा कि वे लखनऊ से कपड़े नहीं लाए है। कपड़े धोने के चक्कर में लेट हो गए। बाबू प्रेम शंकर ने कहा कि घर पर पूजन था, कलश स्थापना के कारण वे समय से स्कूल नहीं पहुंच सके। विपुल सक्सेना की शर्ट के बटन खुले होने पर फटकार लगाई। साथ ही समय से ऑफिस आने की नसीहत दी।

डीएम से पूछा किसने की कंप्लेन

बेसिक शिक्षा विभाग का निरीक्षण करने के बाद डीएम डीआईओएस ऑफिस पहुंचे। वे लेखाधिकारी अनिल कुमार के कमरे में गए। उन्होंने लेखाधिकारी की फटकार लगाते हुए कहा कि तुम्हारी बहुत शिकायतें आ रही हैं। तुम रिश्वत लेकर काम करते हो। इस पर लेखाधिकारी ने उनसे पूछा कि किसी ने शिकायत की, तो उन्होंने डांटते हुए कहा कि तुम्हें क्यों बताऊं किसने शिकायत की है। सुधर जाओ और नियमानुसार ईमानदारी से काम करो।