-बनारसी साड़ी और हैंडलूम को बढ़ावा देने के लिए डीएम ने उठाया कदम

-गोलाघाट और करसड़ा में डीएम ने किया निरीक्षण, जाना बुनकरों का हाल

डीएम ने कहा शहर में 55 लाख आते हैं हर साल टूरिस्ट, प्रचार-प्रसार से बढ़ जाएगी 20 करोड़ की इनकम,

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डीएम विजय किरन आनंद ने शुक्रवार को गोलाघाट बुनकर बस्ती और करसड़ा बुनकर कॉलोनी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारियों से कहा कि बनारसी साड़ी और हैंडलूम वस्तुओं की बिक्री के लिए लोकल और मुख्य बाजार में दुकान की व्यवस्था की जाए। साथ ही शहर के प्रमुख चौराहों पर होर्डिग लगाकर बनारस की इस विशेषता को दर्शाया जाए। इससे न सिर्फ लोगों को काशी की इस विशेषता के बारे में जानकारी होगी बल्कि अधिक से अधिक टूरिस्ट वहां तक पहुंच सकेंगे। डीएम ने सहायक आयुक्त हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग को इस योजना पर अमल करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर साल बनारस में चार लाख विदेशी समेत करीब 55 लाख टूरिस्ट आते हैं। इस कला का सही से प्रचार-प्रसार किया जाए और मार्केट उपलब्ध कराया जाए तो बीस करोड़ की बिक्री बढ़ जाएगी।

महोत्सव में फ्री एलॉट होगी दुकान

डीएम रामनगर स्थित गोलाघाट बुनकर बस्ती पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत फ‌र्स्ट फेज में जिले के 2200 बुनकरों को दिये जाने वाले लोन के सापेक्ष 230 अप्लीकेशन पर नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने कहा कि बैंकों की मनमानी नहीं चलेगी। जल्द कैम्प लगाकर टारगेट पूरा किया जाए। डीएम ने पावरलूम बुनकरों को दी जाने वाली विद्युत सब्सिडी का भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया। डीएम ने गंगा महोत्सव पर लगने वाले गांधी शिल्प मेला और अन्य अवसरों पर लगने वाले बाजार में बुनकरों को फ्री स्टाल एलॉट करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिले में मुख्य पर्यटन स्थलों पर हथकरघा उत्पादों के प्रोत्साहन और बिक्री के लिए स्थान उपलब्ध कराने का पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिया।

पांच करोड़ से बनेगा ट्रेनिंग सेंटर

करसड़ा स्थित बुनकर कॉलोनी का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम ने बंद पड़े सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) को देख नाराजगी जताई और सीएमओ को तुरंत कार्ययोजना तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम ने यूपिका की खाली पड़ी जमीन पर हथकरघा बुनकरों के प्रोडक्ट, ट्रेनिंग एवं मार्ट की स्थापना के लिए 5000 स्क्वायर फीट में जल्द डिजाइन और इस्टीमेट तैयार करने का राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि इस योजना में करीब पांच करोड़ खर्च होंगे। इस दौरान सहायक आयुक्त हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग डॉ। नितेश धवन, अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।