चेकडैम निर्माण में खेल

- डीएम ने जांच टीम से 29 जनवरी तक मांगी रिपोर्ट

- वर्ष 2012- 13 के तीन चेकडैम न बने होने का मामला आया

FATEHPUR: यूपीपीसीएल के लापता क्9 चेक डैम जांच टीम भी नहीं खोज पा रही है। रिपोर्ट सौंपने में देरी होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार ने जांच टीम को दो दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट देने व चेकडैम न मिलने की स्थिति में संस्था के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने के निर्देश दिए हैं।

वर्ष ख्0क्फ्-क्ब् व ख्0क्ब्-क्भ् में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना व मनरेगा से बनाए गए पचास से अधिक चेकडैमों की तकनीकी व स्थलीय जांच के लिए डीएम ने तहसील स्तर पर तीन-तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी थी। जांच टीम को पंद्रह दिन में रिपोर्ट सौंपने के साथ चेकडैमों की डुप्लीकेसी व गुणवत्ता की जांच करनी थी। लघु सिंचाई विभाग द्वारा बनवाए गए चेक डैम स्थलीय निरीक्षण में जांच टीम को मिल गए। गुणवत्ता पर टीम के अधिकार रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। यूपीपीसीएल के रायबरेली खंड द्वारा निर्मित चेकडैमों की जो सूची जांच टीम को मिली उसमे क्9 चेक डैम सूची में दिए गए गांव में नहीं मिले।

सात करोड़ से अधिक लागत के क्9 चेकडैम खोजे न मिलने पर प्रशासन में खलबली मच गई। डीएम ने संस्था के अधिकारियों को तलब कर तीन दिन में जांच टीम के साथ जाकर चेकडैमों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए थे। तीन दिन बाद भी रिपोर्ट न मिलने पर डीएम ने जांच टीम के प्रभारी अधिकारी/ डीडीओ मिथिलेश सचान को ख्9 जनवरी तक का अंतिम समय देते हुए कहा कि संस्था के अधिकारी के साथ स्थलीय सत्यापन कर निर्माण व गुणवत्ता की रिपोर्ट हर हाल में दे दी जाए। उन्होंने कहा कि दी गई सूची के अनुसार यदि मौके पर चेकडैम नहीं मिल रहे तो संस्था के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाए।

ख्0क्फ् में शुरू हुआ प्रारंभिक कार्य

यूपीपीसीएल के अधिकारी संजय मिश्रा ने कहा कि दो वित्तीय वर्ष में हमारी संस्था को ख्9 चेकडैमों का काम मिला है। जिसमें से क्म् बनकर तैयार हो गए है, तेरह में प्रारंभिक कार्य शुरू करा दिया गया है। वह जांच अधिकारी के साथ जाकर सभी चेकडैमों का सत्यापन कराने के लिए समय ले लिया है। वर्ष ख्0क्ख्-क्फ् के तीन चेकडैम का कार्य यूपीपीसीएल की कानपुर युनिट को दिया गया था। तकनीकी दिक्कत के कारण वह तीन चेकडैम नहीं बन पाए हैं।