असल में एक बड़ा फंक्शन ऑग्रेनाइज करके हरियाणा सरकार योग गुरू बाबा रामदेव को स्टेट मिनिस्टर का स्टेटस प्रदान करने की घोषणा करने का फैसला किया था. अब रामदेव ने इससे इंकार कर दिया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ सोनीपत में कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि वे सन्यासी हैं और मानवता की सेवा करना ही उनका एकमात्र लक्ष्य है. वो बाबा हैं और उन्हें किसी मंत्री पद की कोई अपेक्षा नहीं है. इस मौके पर हरियाणा के खेल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भ्ज्ञी इस दौरान वहां मौजूद थे.

इंट्रस्टिंग बात ये है कि आज मंगलवार को ही रामदेव को मंत्री का ओहदा देने की घोषणा की जानी थी. ये पद मिलने के बाद रामदेव को तनख्वाह के साथ सरकार कर ओर से बंगला, लालबत्ती वाली एक गाड़ी और सुरक्षा सुविधा प्राप्त होती.  पहले भी रामदेव को मंत्रीपद या और दूसरे महत्वपूर्ण पद प्रदान करने की बातें होती रही हैं.     

वैसे हरियाणा सरकार पहले ही बाबा रामदेव को योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में विकास के लिए अपना ब्रांड अंबेसेडर बना चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री विज ने ये भी घोषणा की थी कि रामदेव के नेतृत्व में हरियाणा में आयुर्वेदिक मेडीसिनल प्लांट का एक वन भी विकसित करने पर विचार कर रही है. जहां विभिन्न हर्बस स्पेशीज डेवलप की जायेंगी. इससे पहले

प्रधानमंत्री मोदी ने भी फ्रांस में यूनेस्को के हेडक्वार्टर में योग पोर्टल लॉन्च किया था.

Hindi News from India News Desk

National News inextlive from India News Desk