RANCHI : अगर मरीज से डॉक्टर-नर्स अच्छे व सलीके से बर्ताव करे तो उसकी आधी बीमारी यूं ही दूर हो जाती है। डॉक्टर्स का गुड बिहेवियर मरीजों का विश्वास बढ़ाता है। वह अपनी बीमारी को लेकर सारी जानकारी आसानी से दे देता है, जिससे उसका सटीक व कारगर इलाज करने में डॉक्टर को काफी सहूलियत हो जाती है। रविवार को ईएसआईसी के इमर्जिग ट्रेंड्स एंड अपडेट्स कांफ्रेंस में टॉक कम्यूनिकेशन इन जेनरल प्रैक्टिस सब्जेक्ट पर ओवरसीज डायरेक्टर्स प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ संजीव सिन्हा ने ये बातें कही। मौके पर पर इएसआईएस के स्पेशल सेक्रेटरी कम डायरेक्टर राकेश कुमार सिंह, रिम्स के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ पीके सिंह, सर्जन डॉ विनय प्रताप, डॉ विनीता जया एक्का के अलावा राज्य भर से आए मेडिकल ऑफिसर्स मौजूद थे।

पूरी जानकारी दें, तभी इलाज कारगर

रिम्स में ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ पीके सिंह ने कांफ्रेंस में कहा कि कई ऐसे मरीज होते हैं, जो डर की वजह से डॉक्टर को अपनी बीमारी के बारे में नहीं बताते हैं। इससे सटीक इलाज करने में दिक्कतें आती है। मरीजों को चाहिए कि वे अपनी बीमारी की पूरी जानकारी डॉक्टर को दें। उन्होंने बताया कि जिन्हें सुनने में दिक्कतें आती है, उनके लिए काक्लियर इंप्लांट वरदान साबित हो रहा है। मौके पर डॉ विनय प्रताप ने कहा कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से मरीज तत्काल ठीक होकर काम पर लौट सकता है।