- बीते दो माह में डॉक्टरों से मारपीट की सैंकड़ों वारदात

PATNA: पूरे बिहार में डॉक्टर आतंक के खौफ में जी रहे हैं। इस वर्ष जनवरी से अब तक डॉक्टरों के साथ मारपीट, हत्या और मानसिक प्रताड़ना की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। आठ मार्च को पीएमसीएच की एमबीबीएस की छात्रा से छेड़खानी के मामले में घटना के संबंध में दिए गए अल्टीमेटम के बाद क्00 घंटे बीत गए है। लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है। रविवार को इस संबंध में हुई आपात बैठक पीएमसीएच में की गई। इसमें डीएसपी रैंक के अधिकारी, प्रिंसिपल, सुपरीटेंडेंट, पीरबहोर थाना प्रभारी और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अधिकारी उपस्थित थे।

पुलिस ने मांगा दो दिन का समय

इस बैठक में पुलिस ने अब तक किये गए कार्य प्रगति के बारे में जानकारी दी। लेकिन जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन के मेंबर्स इस बात से खफा थे कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती। इसमें प्रगति का कोई मतलब नहीं है। बैठक के बाद एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ विनय कुमार ने बताया कि पुलिस ने दो से तीन दिन और समय मांग है गिरफ्तारी के लिए। इस बीच हम लोगों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि इसमें वास्तविक प्रगति नहीं होती है तो कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया जा सकता है। बताया कि हर दिन इस दिशा में प्रगति की समीक्षा की जा रही है। सोमवार को हेल्थ सेक्रेटरी के साथ एसोसिएशन बैठक करेगी। रविवार की बैठक में एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ अशोक कुमार व अन्य उपस्थित थे।

ये घटनाएं हो चुकी हैं

- कटिहार (सेमली)- डॉक्टरों को पीटा, अस्पताल में की गई तोड़फोड़

- सहरसा- डॉ आइडी सिंह,डॉ ब्रजेश, डॉ नवनीत से एक करोड़ रूपये रंगदारी मांगी गई , दो गिरफ्तारी के बाद भी मुख्य अभियुक्त पुलिस गिरफ्त से बाहर

-सिवान- डॉ वकील चौहान से टेलीफोन कर धमकाया।

-गया (नीमचक बथानी)- अतरी विधायक के परिवार के लोगों ने डॉ सत्येंद्र कुमार को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

-मोतिहारी- डॉ आईबी सिंह से मारपीट की गई। डॉक्टर के स्टाफ पर अपहरण का झूठा केस दर्ज किया। भासा के विरोध से मामला वापस

-सीतामढ़ी - डॉ प्रेम पुष्प लोहिया के घर पर हमला, गोली चलायी गई

- समस्तीपुर में नौ मार्च को सदर हॉस्पिटल में तोड़फोड़ की गई

- मधेपुरा के कुमारखंड स्थित एपीएचसी में श्रवण यादव और हेल्थ मैनेजर

डॉक्टरों पर लगातार हमले हो रहे है। भय के साये में जिम्मेदार हाल काम नहीं कर सकते हैं। सिक्योरिटी के लिए होम गार्ड की बजाय पुख्ता सिक्योरिटी की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

- डॉ रंजीत कुमार, सेक्रेटरी भासा