शिकारी कुत्ते घेर की आबादी क्षेत्र में लाकर मार रहे हैं हिरण,

वन विभाग की लापरवाही में पन्द्रह दिन में मरे चार हिरन

NAWABGANJ:

वन्य जीवों के शिकार के लिए पोचर नहीं ट्रिक निकाली है। बरेली के नवाबगंज कस्बे के आसपास के जंगलों से पिछले कुछ दिनों में ही शिकारी कुत्तों ने चार हिरण घेर की आबादी क्षेत्र में लाकर घायल कर छोड़ दिया। चर्चा तो यहां तक हैं कि बरेली के आसपास पिछले कुछ दिनों में ही एक दर्जन से अधिक हिरण कुत्तों के काटने से मारे जा चुके हैं, इनमें से चार हिरण को तो लोगों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन समय पर उचित उपचार नहीं मिलने के कारण वे भी मारे गए। ,एक तरफ केन्द्र से लेकर राज्य सरकार तक वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए करोडों रुपए का बजट और सख्त से सख्त कानून बनाने में जुटी है, दूसरी तरफ अनदेखी के चलते हिरणों का शिकार हो रहा है।

खेतों में कटने व सूख रहे तालाबों के चलते आबादी के करीब आते हिरनों को शिकारी व बस्ती के कुत्ते अपना शिकार बना रहे है। शिकारी कुत्तों का शिकार होने के बाद वन विभाग व आईवीआरआई स्टॉफ की लापरवाही में पन्द्रह दिन में एक के बाद एक चार हिरन दम तोड़ चुके हैं।

- 21 अप्रैल को शिकारी कुत्तों ने मादा चीतल को प्रेमी भट्टे के करीब अपना शिकार बनाया। हिरन के घायल होने की सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग की टीम घंटो बाद मौके पर पहुंची तब तक चीतल ने दम तोड़ दिया।

27 अप्रैल को फैजुल्लापुर में एक फार्म के निकट कुत्तों ने नर चीतल को घायल कर दिया। डॉ। यासीन कुरैशी वन विभाग को बताया। हिरण को आईवीआरआई लाया गया लेकिन उसे भर्ती नहीं किया गया और कुछ मौत हो गई।

-1 मई को सुन्दरी गांव में एक हिरन को कुत्तों ने अपना शिकार बना लिया। सूचना के बाद जब तक वन विभाग की टीम पहुंची हिरन दम तोड़ चुका था।

-5 मई को हाफिजगंज में नन्हें बख्श के मकान से घायल हिरन को वनकर्मी इलाज के लिए आईवीआरआई ले जाया जा रहा था ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया।

वाइल्ड लाइफ सेंचुरीज में वन्य जीवों के शिकार की आंशका के चलते शिकारी कुत्तों को गोली मार दी जाती है।

बरेली और पीलीभीत में ही बदल जाते हैं नियम-

बरेली के डीएफओ का कहना है कि कुत्ता जंगली जानवर है, वह किसी जानवर को मार दे तो क्या कर सकते हैं। दूसरी तरफ पीलीभीत टाइगर रिजर्व के रेंजर केपी सिंह का कहना है कि कुत्ते वन्य जीवों के लिए बड़ा खतरा है, कुत्तों को शिकार ट्रेंड कर वन्य जीवों के शिकार में भी इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में पीलीभीत के जंगलों में तो कुत्तों को देखते ही शूट कर देते हैं।