- डॉग शो चैम्पियनशिप में भारत के कोने-कोने से आए डॉग लवर्स

- एक से बढ़ कर एक ब्रीड के डॉग हुए शामिल

- डॉबरमैन, रॉटवाइलर, ग्रेट डेन, सेंट बर्नाड ब्रीड के डॉग रह गए पीछे

ALLAHABAD: ज्यादातर डॉग लवर डॉबरमैन, रॉटवाइलर, ग्रेट डेन, सेंट बरनार्ड ब्रीड के डॉग पसंद करते हैं। जो सबसे ज्यादा खतरनाक और तेज तर्रार माने जाते हैं। लेकिन खतरनाक ब्रीड के इन डॉग पर देखने में सीधा, कम खतरनाक और छोटे कद वाला बीगल और पग ब्रीड भारी पड़ गया। संडे को इलाहाबाद कैनल क्लब की ओर से आयोजित आल इंडिया आल ब्रीड डॉग शो चैम्पियनशिप में बीगल और पग ब्रीड ने सातवां व आठवां चैम्पियनशिप जीत लिया। कैंटोनमेंट फुटबॉल ग्राउंड पर आर्गनाइज डॉग शो में शामिल होने के लिए वेस्ट बंगाल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, केरला, दिल्ली आदि राज्यों से डॉग लवर अपने-अपने डॉग के साथ पहुंचे। इलाहाबाद कैनल क्लब के प्रेसीडेंट दिनेश बाबू की मौजूदगी में एडिशनल कमिश्नर कनक त्रिपाठी ने फीता काटकर उद्घाटन किया। अलग-अलग ब्रीड के करीब क्ख्0 से ज्यादा डॉग चैम्पियनशिप में शामिल हुए।

सातवां चैम्पियनशिप में- विनर

डॉग ब्रीड डॉग ऑनर

क्- बीगल ब्रीड- डा। सुभाशीष हलधर-कोलकाता

ख्। गोल्डेन रिट्रिवर- सौरभ चौधरी- कोलकाता-

फ्। जर्मन शेफर्ड- पार्थ चक्रवर्ती-लखनऊ

आठवां डॉग शो के विनर-

डॉग ब्रीड डॉग ऑनर

क्। पग- इंद्रनील राय चौधरी- कोलकाता

ख्। डैशहुंड- अंजना चटर्जी- कोलाकाता-

फ्। जर्मन शैफर्ड- पार्थ चक्रवर्ती- लखनऊ-

ये है चैम्पियनशिप का स्टैंडर्ड

डॉग की बेस्ट ब्रीड चेक करने के लिए दुनिया में दो स्टैंडर्ड हैं। यूरोपियन और अमेरिकन। कुछ ब्रीड यूरोप की और कुछ ब्रीड अमेरिका की इंडिया में फेमस है। चैम्पियनिशप में हर ब्रीड को स्टैंडर्ड, टेल, नाक, चेस्ट, वजन, ऊंचाई, गर्दन कैसी और चाल की कसौटी पर खरा उतरना होता है। जज देखते हैं, उसे बेस्ट देते हैं।

क्या कहते हैं डॉग लवर

दस कुत्तों पर भारी पड़ेगा अकेला डॉगी

एचडीएफसी बैंक में सीनियर पोस्ट पर तैनात जबलपुर के रहने वाले दक्ष सिंह कचवाहा को जर्मन शेफर्ड ब्रीड के कुत्ते बहुत पसंद हैं। बैंक इम्प्लाई होने के बाद भी दक्ष के घर में जर्मन शेफर्ड ब्रीड के भ् कुत्ते हैं, जो एक से बढ़ कर एक हैं। अपने एक डॉग के साथ इलाहाबाद पहुंचे दक्ष ने कहा कि उनके डॉग कई डॉग शो में न सिर्फ पार्टिसिपेट रहे हैं, बल्कि विनर भी हुए हैं। दक्ष पर डे एक से दो घंटा अपने डॉगी फैमिली को देते हैं। दक्ष का कहना है कि उनका एक कुत्ता उसी के नस्ल के दस-दस कुत्तों पर भारी पड़ेगा। क्योंकि मैं उसका मेंटेनेंस ही ऐसा करता हूं।

पंजाब से लेकर आया था रॉट वाइलर

कल्यानपुर लखनऊ के रहने वाले सैय्यद मोहसीन अली ने बताया कि उन्हें रॉट वाइलर ब्रीड के कुत्ते काफी पसंद हैं। कहा कि ख्0क्ख् मैं एक बार पंजाब गया था, वहां मैने रॉट वाइलर ब्रीड के कुत्ते देखे, जो मुझे बहुत पसंद आए। उनमें से एक मैं अपने साथ ले आया जो मई में पैदा हुआ था। करीब तीन साल से ये मेरे फैमिली में रहता है। इस पर हर मंथ करीब क्0 से क्भ् हजार रुपए खर्च आता है। लेकिन हम इसके मेंटेनेंस में कोई कोताही नहीं करते।

माई ब्राउनी इस बेस्ट

इलाहाबाद के ही शिवकुटी एरिया में रहने वाली रेशमा श्रीवास्तव की क्ख् साल की बेटी इशिता सेंट बर्नाड ब्रीड के डॉगी के साथ डॉग शो में पहुंची। अपने डॉगी के साथ पहुंची एक्साइटेड इशिता ने कहा मोई ब्राउनी इज बेस्ट। इशिता ने बताया कि वो ब्राउनी का पूरा ख्याल रखती हैं। जिस ब्रीड का उनका डॉगी है, इस ब्रीड के कुत्ते इलाहाबाद में न के बराबर हैं। इशिता ने बताया कि अभी ये छह महीने का है। जब साल भर का हो जाएगा तो फिर देखिये, आस-पास के डिस्ट्रिक्ट में ऐसा कुत्ता नहीं दिखेगा।

आई एम डॉग ब्रीडर

पलवल हरियाणा से आए डॉग ब्रीडर शीश पाल गहलोत को डॉग से इतना प्यार है कि उन्होंने फरीदाबाद में डॉग ब्रीडिंग कंपनी खोल रखी है। जो लोगों को अलग-अलग ब्रीडिंग के कुत्ते प्रोवाइड कराती है। शीश पाल ने बताया कि मैंने पर्सनली आठ अलग-अलग ब्रीड के कुत्ते पाल रखे हैं। जिनके मेंटेनेंस का पूरा ध्यान रखता हूं और उन्हें इसी तरह के शो में ले जाता हूं। जो विनर बन के ही आते हैं। लोग मुझे डॉग ब्रीडर कहते हैं, तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।

माई डॉगी इस माई बेस्ट बॉडीगार्ड

सुल्तानपुर के सिविल लाइंस एरिया में रहने वाले डा। पवन रिबेलियो अपने डॉगी डेंजर को अपना बेस्ट बॉडीगार्ड मानते हैं। सेंट बर्नार्ड ब्रीड का डॉग रखने वाले डा। पवन का कहना है कि आज के जमाने सिक्योरिटी की हर किसी को जरूरत है। ऐसे में उनका डॉगी न सिर्फ उनका बल्कि पूरे फैमिली का बेस्ट बॉडीगार्ड है, जिसकी स्मेलिंग पॉवर जबर्दस्त है। ये लोगों को देखते ही भांप लेता है। इसलिए हमें कोई खतरा नहीं है।