>RANCHI: रिम्स के बर्न वार्ड का बेड नंबर ख्0फ्8. एक महिला का पूरा शरीर जला हुआ है, वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही है। पर, अब भी वह अपने दोषियों को सजा दिलाने में एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। गुरुवार को ख्भ् वर्षीया बिंदु देवी बेड से ही अपने परिचितों से पूछ रही है कि आखिर जब मैं मौत के आगोश में समा जाऊंगी, तब पुलिस मेरे आरोपी को पकड़ेगी? जबकि पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर उसके जेठ कमलजीत चौधरी, ओमप्रकाश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए उसके लक्ष्मीनगर स्थित घर पहुंची, लेकिन पुलिस को दोनों नहीं मिले। अंत: में पुलिस ने रिम्स कॉरीडोर में रह रहे महिला के पति रंजीत चौधरी को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि रंजीत का कहना है कि पत्नी की जान बचाने के क्रम में मेरेहाथ जले हैं। मैं दोषी नहीं हूं।

भैया, मुझे कलंक से मुक्ति दिला दो

रिम्स में चाची चंचल देवी, रंजू देवी, बहन इंदु और भाई सुबोध चौधरी से बिंदु कहती है कि मैं जानती हूं कि डॉक्टर ने मेरे पोजिशन को क्रिटिकल बताया है। पर, माथे पर गलत काम करने का कलंक लेकर मरना नहीं चाहती। हमें इस कलंक से मुक्ति दिला दो।

--बॉक्स द अदर साइड के लोगो के साथ---

जो करना है करो, हमें कुछ नहीं होगा

बिंदु देवी के भाई सुबोध चौधरी ने कहा कि एक तो मेरी बहन को जलने के लिए विवश किया। दूसरी ओर आरोपी कमलजीत चौधरी, ओमप्रकाश चौधरी कह रहे हैं कि जो करना है, कर लो हमलोग बच जाएंगे। आरोपी खुद को बचाने के लिए सभी तरह से पैरवी लगा रहे हैं, ताकि उनका नाम प्राथमिकी से हट जाए।

---बॉक्स बंद---

यह है मामला

बताया जाता है कि जब पंडरा पुलिस फर्द बयान मंगाई और बिंदु देवी का स्टेटमेंट पढ़ा, तो सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें कमलजीत चौधरी, ओमप्रकाश चौधरी, गोतनी सीमा चौधरी, आरती चौधरी, सास सुमित्रा चौधरी व पति रंजीत चौधरी पर जबरन महिला के शरीर पर केरोसीन उड़ेल कर खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कहा गया है। उस दौरान सभी उसे लताड़ते रहे और गलती को स्वीकार करने का दबाव बनाते रहे। कमलजीत चौधरी ने उसके भाई सुबोध चौधरी को फोन पर जानकारी दी कि उसकी बहन गलत करती है। इसके बाद भाई ने जब बात की, तो बिंदु देवी ने कहा कि वह शौच के लिए निकली थी, इसी दौरान उसे पीछे से किसी ने धक्का दे दिया और वह गिर कर बेहोश हो गई। जब होश आया तो वह खुद को आंगन में गिरा पाई। भाई ने कहा कि यदि तुम दोषी साबित हुई तो गोली मार देंगे, अन्यथा तुम्हें इंसाफ दिलाएंगे? पर, ससुराल वाले मानने को तैयार नहीं हुए। अंत: में बिंदु देवी ने क्9 मार्च की सुबह खुद को निर्दोष साबित करने के लिए केरोसिन अपने शरीर पर ही उड़ेल कर आग लगा ली।