- बढ़ते जा रहे हैं घरेलू हिंसा के मामले

- अकेले आलमगंज थाने में 48 पहुंचा आंकड़ा

PATNA CITY : घर के बंद कमरों में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार में फिर बढ़ोत्तरी हो गई है। हसबेंड, सास, ससुर, देवर और ननद के ताने-बाने के साथ ही महिलाओं की खूब पिटाई हो रही है। किसी न किसी चीज के लिए ससुराल में महिलाओं को टॉचर्र किया जा रहा है। दरअसल पिछले कुछ मंथ में पटना सिटी के अंदर घरेलू हिंसा के मामले काफी देखे गए हैं। खासकर आलमगंज थाना एरिया में ज्यादा मामले सामने आए। अकेले इस थाने में घरेलू हिंसा के ब्8 मामले सामने आए, जबकि सुल्तानगंज थाना के महिला कोषांग के पास ख्भ् मामले आए हैं, जो सिर्फ ब् जुलाई से लेकर क्0 दिसंबर तक के हैं। जिन्हें काउंसलिंग के लिए पुलिस ने महिला कोषांग को सौंपा। इनमें से अधिकांश मामलों में ससुराल वाले बहुओं को किसी न किसी बहाने टॉचर्र करते हुए पाए गए। हसबेंड व ससुराल के मेंबर्स से तंग आकर महिलाओं ने पुलिस व महिला कोषांग का सहारा लिया।

ब्ख् मामले हुए सॉल्व

आलमगंज व सुल्तानगंज थाने में महिला कोषांग की शुरुआत इसी साल जुलाई मंथ में हुई थी। तब से घरेलू हिंसा के मामले थाना के मार्फत कोषांग में पहुंचने लगे। आलमगंज की काउंसलर श्वेता कुमारी थाने की पुलिस की हेल्प से नवंबर तक में आए ब्8 केसेज में से ब्ख् केसेज को सॉल्व कर दिया है। हालांकि इनमें म् केसेज अब भी चल रहे हैं। इनमें डेट वाइज काउंसलिंग की जा रही है, जबकि सुल्तानगंज की काउंसलर आशा रानी ने अब तक आए ख्भ् केसेज में क्7 केसेज को सॉल्व किया है, जिसके बाद से हसबेंड व वाइफ खुशी से एक-दूसरे के साथ रह रहे हैं।

ये केसेज हुए सॉल्भ

सॉल्व किए गए कुछ वैसे केसेज जो काफी कॉप्लीकेटेड थे।

क्। बजरंगपुरी कालोनी के शहीद भगत सिंह लेन के अमित कुमार अमित से ममता (बदला हुआ नाम) की मैरेज हुई थी। मैरेज के कुछ दिनों के बाद से ममता को कम दिखाई देने लगा, जिससे हसबेंड समेत ससुराल वाले उसे टॉचर्र करते थे। एक बार रात में घर के अंदर उसकी जमकर पिटाई भी की गई। इसके बाद ममता ने महिला कोषांग में केस दर्ज कराया। काउंसलर श्वेता कुमारी ने पुलिस की हेल्प से उसके मामले को एक ही काउंसलिंग में सॉल्व कर दिया।

ख्। चैलीटांड़ की सुषमा देवी (बदला हुआ नाम) के हसबेंड राजेश प्रसाद की डेथ हो चुकी थी। एक बेटी थी जिसे सुषमा ने अपने मयके में रख दिया था। जॉब कर वह अपना भरन-पोषण करती है, लेकिन देवर शशि प्रसाद उस पर गलत नजर रखता था और ननद व सास हमेशा टॉचर्र किया करती थी। इस मामले को ब् काउंसलिंग के बाद सॉल्व किया गया।

फ्। रमा देवी (बदला हुआ नाम) चैलीटांड़ एरिया में हसबेंड संजय सोनी के साथ रहती है। घर में रहने वाला संजय का मौसेरा भाई रमा को अक्सर टॉर्चर व ब्लैक मेल किया करता था। मामला महिला कोषांग में पहुंचा और दो काउंसलिंग के बाद इसे सॉल्व कर दिया गया।

मंथ बाइज घरेलू हिंसा

आलमगंज थाना

- जुलाई - क्क्

- अगस्त -09

- सितंबर-क्ब्

- अक्टूबर - 08

- नवंबर - ख्0

सुल्तानगंज थाना

- जुलाई - 07

- अगस्त - 0फ्

- सितंबर- 0ख्

- अक्टूबर - 0ख्

- नवंबर - 0भ्

- दिसंबर - 0म्

बढ़ते घरेलू हिंसा के पीछे डिप्रेशन सबसे बड़ा कारण है। अलग-अलग तरीकों से लोग डिप्रेशन का शिकार होने लगे हैं। लोगों की इच्छाएं बढ़ती जा रही हैं, जो पूरी नहीं हो पातीं। लोग बच्चों को भी टाइम नहीं दे पाते। टाइम पर शादी नहीं होना भी घरेलू हिंसा का बढ़ने का एक बड़ा कारण है।

- डॉ। शकील सिंह, साइकियाट्रिस्ट