सलाखों के  पीछे


Don't try to flirt with policel


Allahabad  : नशे में धुत तीन दोस्तों को पुलिस के साथ मस्ती करना और 100 नम्बर पर गलत सूचना देना महंगा पड़ गया। तीनों ने सूचना देने के बाद मोबाइल स्विच ऑफ करके पुलिस से बचने की कोशिश की लेकिन कानून के लम्बे हाथ उनके गिरेबां तक पहुंच ही गए और उन्हें जेल जाना पड़ गया. 

नशा चढऩे के बाद सूझी मस्ती

मीनापुर एरिया में रहने वाले बच्चा श्रीवास्तव, टिंकू यादव व मंगली सोनकर दोस्त हैं। ट्यूसडे नाइट तीनों ने एक साथ शराब पी। इसी दौरान उनके दिमाग में फितूर पैदा हुआ और उन्होंने पुलिस से मस्ती करने की सोची। बच्चा ने अपने फोन से 100 नम्बर डॉयल किया। फोन उठने पर उसने बताया कि टिंकू यादव नाम के युवक को मंगली सोनकर किडनैप करके ले गया है। वह उसका  मर्डर करने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई. 

Wireless पर थे SSP

इत्तेफाक कहें या बच्चा और उसके दोस्तों की खराब किस्मत। जिस समय बच्चा ने 100 नम्बर पर कॉल किया एसएसपी उमेश श्रीवास्तव कमांड पर वायरलेस पर बैठे  थे। उन्होंने मैसेज सुनते ही तत्काल एएसपी शगुन गौतम समेत दूसरे ऑफिसर्स को लाइन पर ले लिया और जांच करने का निर्देश दिया। बॉस का आदेश मिलते ही एएसपी शगुन गौतम और दूसरे ऑफिसर्स एक्टिव हो गए। काफी कोशिश के बाद भी उन्हें कोई सुराग नहीं मिला।  ऑफिसर्स ने सूचना देने वाले नंबर पर कॉल की तो वह स्विच ऑफ मिला। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन पता की और धावा बोल दिया। बच्चा ने हिरासत में लिए जाने के बाद पूरी सच्चाई ऑफिसर्स को बता दी। बच्चा ने बताया कि सिर्फ मजा लेने के लिए उसने यह सूचना 100 नम्बर पर दी थी। पुलिस ने झूठी सूचना देने के आरोप में उसके साथ मौजूद दोस्तों को भी हिरासत में ले लिया. 

पहले भी हुई है इस तरह की घटना

पुलिस को परेशान करने की यह कोई नई घटना नहीं है। पहले भी कुछ मनचले युवकों ने पुलिस को परेशान करने के लिए ऐसा किया था। उन्हें जेल का मुंह देखना पड़ा। सबसे चर्चित मामला हंडिया के रहने वाले किशोर का था जिसने सीएम को ही धमकी दे डाली थी। इसके अलावा जंक्शन पर बम रखे होने की सूचना भी दर्जनों बार दी जा चुकी है.

तीनों आरोपियों पर गलत सूचना देने तथा पुलिस को परेशान करने के आधार पर कार्रवाई की गई है. 
-एसओ अतरसुइया

नशा चढऩे के बाद सूझी मस्ती

मीनापुर एरिया में रहने वाले बच्चा श्रीवास्तव, टिंकू यादव व मंगली सोनकर दोस्त हैं। ट्यूसडे नाइट तीनों ने एक साथ शराब पी। इसी दौरान उनके दिमाग में फितूर पैदा हुआ और उन्होंने पुलिस से मस्ती करने की सोची। बच्चा ने अपने फोन से 100 नम्बर डॉयल किया। फोन उठने पर उसने बताया कि टिंकू यादव नाम के युवक को मंगली सोनकर किडनैप करके ले गया है। वह उसका  मर्डर करने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई. 

Wireless पर थे SSP

इत्तेफाक कहें या बच्चा और उसके दोस्तों की खराब किस्मत। जिस समय बच्चा ने 100 नम्बर पर कॉल किया एसएसपी उमेश श्रीवास्तव कमांड पर वायरलेस पर बैठे  थे। उन्होंने मैसेज सुनते ही तत्काल एएसपी शगुन गौतम समेत दूसरे ऑफिसर्स को लाइन पर ले लिया और जांच करने का निर्देश दिया। बॉस का आदेश मिलते ही एएसपी शगुन गौतम और दूसरे ऑफिसर्स एक्टिव हो गए। काफी कोशिश के बाद भी उन्हें कोई सुराग नहीं मिला।  ऑफिसर्स ने सूचना देने वाले नंबर पर कॉल की तो वह स्विच ऑफ मिला। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन पता की और धावा बोल दिया। बच्चा ने हिरासत में लिए जाने के बाद पूरी सच्चाई ऑफिसर्स को बता दी। बच्चा ने बताया कि सिर्फ मजा लेने के लिए उसने यह सूचना 100 नम्बर पर दी थी। पुलिस ने झूठी सूचना देने के आरोप में उसके साथ मौजूद दोस्तों को भी हिरासत में ले लिया. 

पहले भी हुई है इस तरह की घटना

पुलिस को परेशान करने की यह कोई नई घटना नहीं है। पहले भी कुछ मनचले युवकों ने पुलिस को परेशान करने के लिए ऐसा किया था। उन्हें जेल का मुंह देखना पड़ा। सबसे चर्चित मामला हंडिया के रहने वाले किशोर का था जिसने सीएम को ही धमकी दे डाली थी। इसके अलावा जंक्शन पर बम रखे होने की सूचना भी दर्जनों बार दी जा चुकी है।

तीनों आरोपियों पर गलत सूचना देने तथा पुलिस को परेशान करने के आधार पर कार्रवाई की गई है. 

-एसओ अतरसुइया