सीएम हरीश रावत ने लिया निर्णय

एमसीआई के निरीक्षण में आई खामियों को किया जा रहा दूर

DEHRADUN:

अब दून अस्पताल और दून महिला अस्पताल अलग न होकर एक हो गए हैं। साथ ही इस संयुक्त अस्पताल का नियंत्रण दून मेडिकल कालेज के सुपुर्द किया गया है। दून मेडिकल कॉलेज को जल्द अस्तित्व में लाने को सरकार ने ताकत झोंक दी है। एमसीआई के निरीक्षण में कॉलेज में कुछ खामियां मिली थीं। इन खामियों को जल्द दूर किया जा रहा है। चूंकि, सरकार की मंशा दून मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की क्भ्0 सीटों के लिए मान्यता प्राप्त करने की है। लिहाजा, मेडिकल कॉलेज को अस्पताल के हस्तांतरण को लेकर ढुलमुल रवैये से पार पाते हुए सरकार ने दून अस्पताल के साथ ही उससे सटे हुए दून महिला अस्पताल को एक करने को गुरुवार को मंजूरी दे दी।

एक होने से हुआ तीन सौ बेड

इस बाबत स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा प्रमुख सचिव ओमप्रकाश की ओर से आदेश जारी किए गए। सरकार ने बीते वर्ष दून अस्पताल को एक साल के लिए दून मेडिकल कॉलेज के अधीन किया था। अब सरकार ने पहले दोनों अस्पतालों का एकीकरण किया और उसके बाद उसे दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ। प्रदीप भारती गुप्ता के नियंत्रण में सौंपने के आदेश भी कर दिए। उन्हें एकीकृत अस्पताल के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार भी सौंपे गए हैं। अब एकीकृत अस्पताल में तकरीबन फ्00 बिस्तर की क्षमता हो गई है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अगले मुआयने से पहले बिस्तर की क्षमता और बढ़ाने की तैयारी है। एकीकृत अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ। एके टम्टा को बनाया जा सकता है। एमसीआई के निर्देशों के मुताबिक चिकित्सा अधीक्षक बनने की पात्रता डा टम्टा पूरी कर रहे हैं।