-26 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथ ने की थी मेट्रो की घोषणा

-ठीक एक माह बाद 26 अप्रैल को जीडीए और राइट्स के बीच हुआ एग्रीमेंट

GORAKHPUR: गोरखपुर में मेट्रो के सपने को बुधवार को एक नई उम्मीद मिल गई। मंडलायुक्त अनिल कुमार की उपस्थित में जीडीए वीसी ओएन सिंह और राइट्स कंपनी के महाप्रबंधक प्रेम रंजन ने एग्रीमेंट के बीच एग्रीमेंट पर दोनों अधिकारियों ने हस्ताक्षर किया। इस दौरान कमिश्नर अनिल कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि 26 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी और आज एक माह बाद 26 अप्रैल को मेट्रो के डीपीआर के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी हो गया है।

50 लोग करेंगे काम

एग्रीमेंट के दौरान राइट्स के जीएम ने बताया कि आज से ही डीपीआर पर हम लोग काम शुरू कर देंगे। हमारे विभाग के 50 लोग अगले आठ माह में गोरखपुर में मेट्रो के डीपीआर को मिलकर तैयार करेंगे। जरूरत पड़ने पर आउटसोर्सिग भी की जाएगी। जीडीए वीसी ओएन सिंह ने बताया कि जीडीए को 50 लाख रुपए देना है, राइट्स की तरफ से जब यह मांगा जाएगा यह दे दिया जाएगा। इसके अलावा जीडीए आफिस में ही राइट्स को आफिस खोलने के लिए जगह दी जाएगी। एक दो दिन में उनके जीडीए कार्यालय में आफिस के लिए जगह दे दी जाएगी।

4.15 करोड़ की लागत

एग्रीमेंट के दौरान राइट्स कंपनी के जीएम ने बताया कि मेट्रो के डीपीआर बनाने में 3.15 करोड़ रुपए और एक करोड़ रुपए कंपन्हेंसिव मोटिवेशन प्लान तैयार करने में लगा आएगी। इसमें 50 प्रतिशत रुपए का खर्च मेट्रो प्रोजेक्ट देगा और 50 प्रतिशत डेवलपमेंट अथॉरिटी को देना है। लेकिन जीडीए आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है तो ऐसे में यह रास्ता निकला है कि 50 लाख रुपए जीडीए देगा और शेष धनराशि शासन देगा। आठ माह में यह डीपीआर तैयार हो जाएगा।

खास बातें

- आठ माह में बन कर तैयार हो जाएगा डीपीआर

- 10.15 लाख रुपए प्रति किमी लागत खर्च होगा डीपीआर पर

- कुल 3.15 लाख रुपए कुल डीपीआर में आएगी लागत

- डीपीआर में कोशिश होगी हवाई रूट पर चले मेट्रो

-एक-एक मकान की होगी गिनती, कौन सा मकान कितना होगा प्रभावित इसकी भी बनेगी रिपोर्ट

यह है रूट

12 किमी- गुलहरिया, मेडिकल कालेज, खजांची चौराहा, असुरन चौक, गोलघर, बेतियाहाता, अलहदादपुर टीपी नगर

18 किमी- मोहरीपुर, बरगदवां, 10 नंबर बोरिंग, गोरखनाथ मंदिर, रेलवे स्टेशन, यूनिवर्सिटी चौराहा, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, इंजीनियरिंग कालेज, सूवा बाजार

मेट्रो की संभावित लागत

- मेट्रो के हवाई मार्ग बनाने में बहुत कम खर्च आता है, जबकि अंडरग्राउंड बनाने में बहुत अधिक खर्च आएगा

- हवाई मार्ग में प्रति किमी 200 से 250 करोड़ रुपए की लागत आएगी

- अंडरग्राउंड मार्ग बनाने में कुल 500 से 600 करोड़ रुपए लागत आएगी

- इस तरह गोरखपुर में हवाई मार्ग का मेट्रो बनता है तो 6000 से 7500 करोड़ रुपए आएगी

- अगर गोरखपुर में अंडरग्राउंड मेट्रो बनाया जाता है तो 1500 करोड़ से लेकर 1800 करोड़ रुपए के लगभग लागत आएगी

गोरखपुर के विकास के लिए जीडीए लगातार कार्य कर रहा है। जीडीए मेट्रो चलाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। इस योजना को आज एक आधार मिला है। जल्द ही शहरवासियों के लिए मेट्रो मिलेगा।

ओएन सिंह, वीसी जीडीए