यूनिवर्सिटी के रक्षा अध्ययन विभाग में हुआ गोष्ठी का आयोजन

वक्ताओं ने कलाम की प्रेरक लाइनों पर विस्तार से चर्चा की

GORAKHPUR: भारत रत्‍‌न डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन सादगी और उच्च आदर्शो का जीवंत प्रतिमान है। उनकी भौतिक अनुपस्थिति भले हमारे लिए एक अपूरणीय क्षति हो, किन्तु उनके विचार तथा उनका व्यक्तित्व सदैव प्रेरणापुंज बनकर हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। सपने अवश्य देखने चाहिए और उन सपनों में परिश्रम, दृढ़ निश्चय और उच्च आदर्शो के रंग भर कर उनको साकार करने का प्रयास जीवन में पूरी निष्ठा से अवश्य करना चाहिए। डॉ। कलाम का यही संदेश उनके जीवन और चरित्र से प्रथम दृष्ट्या दिखता है। यह बातें केंद्रीय ग्रंथालय, डीडीयूजीयू तथा विवेकानन्द विद्यार्थी स्वाध्याय संघ के संयुक्त तत्वावधान में डा। कलाम की जयंती की पूर्वसंध्या पर आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता प्रो। हर्ष कुमार सिन्हा ने कही।

युवाओं को प्रेरणा देता व्यक्तित्व

विशिष्ट अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि युवाओं के लिए डॉ। कलाम आज न केवल एक प्रेरक व्यक्तित्व हैं बल्कि एक विचार हैं, जो नित्य उनको कुछ नया करने की प्रेरणा देते हैं। प्राणि विज्ञान विभाग के आचार्य प्रो। विनय सिंह ने कॅ। कलाम की कुछ प्रेरक पंक्तियों के विषय में विस्तार से बताया।

ये रहे मौजूद

विवेकानन्द विद्यार्थी स्वाध्याय संघ के मार्गदर्शक मण्डल के अध्यक्ष डॉ। राजेश विक्त्रमी, शोध छात्र अमित त्रिपाठी, विधि छात्र शुभेन्द्र सत्यदेव, अंग्रेजी विभाग के शोध छात्र आशीष श्रीवास्तव, डॉ। मनोज द्विवेदी, छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिल देव त्रिपाठी, वीवीएसएस के आजाद पाण्डेय, कृष्णमुरारी, चन्द्रप्रकाश, प्रियेश मालवीय, अर्पण वत्स, मीनाक्षी शुक्ला, धीरज श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।