- दो दिन की बारिश से भगत सिंह चौक के बीच जलभराव

- जलभराव से निपटने के लिए पांच साल से कर रहे इंतजार

- 99 करोड़ रुपए का प्लान केंद्र सरकार के पास लटका

HARIDWAR (JNN) : दो दिन की बारिश ने फिर चंद्राचार्य व भगत सिंह चौक के बीच जलभराव का संकट फिर पैदा हो गया है। ऐसे में मानसून में होने वाली मुसीबत का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। इस क्षेत्र को जलभराव से मुक्त करने के प्रयास पांच साल से हिचकोले खाते रहे हैं। शहर के ड्रेनेज प्लान का 99 करोड़ का प्रस्ताव केंद्र में लटका हुआ है।

नासूर बना शहर में जलभराव

हरिद्वार शहर का भूगोल ऐसा है कि यहां जल निकासी संभव नहीं हो पाती। शिवालिक पर्वत माला के नीचे बसे शहर में पहाड़ से पानी आता है, लेकिन निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। ऊपर से नालों पर हुए अतिक्रमण ने जलभराव की समस्या को नासूर बना दिया। सबसे बुरी स्थित चंद्राचार्य चौक व भगत सिंह चौक के बीच होती है। बारिश के समय यहां इतना पानी जमा हो जाता है कि निकलना मुश्किल हो जाता है। साल ख्0क्0 में शहर में जब बाढ़ जैसे हालात बने थे तब इस क्षेत्र को जलभराव से मुक्त करने के उपाय किए गए, लेकिन यह प्रयास आगे नहीं बढ़ पाए।

दो साल पहले हुआ था सर्वे

जल निगम से लेकर हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के स्तर से काम हुआ, लेकिन क्षेत्र का भूगोल यहां के ड्रेनेज प्लान को आगे नहीं बढ़ने दे रहा। ऊपरी क्षेत्र में पहाड़ व आगे गंगनहर होने के चलते पानी निकासी नहीं हो पाती। मध्य हरिद्वार का यह इलाका निचला क्षेत्र है। इसलिए यहां से पंपिंग के जरिए पानी निकालने की कवायद भी हुई। दिल्ली की एक निजी कंपनी ने इसका दो साल पहले सर्वे भी किया। उसके बाद इसे खर्चीला करार देते हुए रोक दिया गया। उसके बाद से मामला आगे नहीं बढ़ पाया। दो दिन तक हुई बारिश में जनता ने फिर फजीहत झेली। ऐसे में मानसून अवधि में यहां की समस्या का अंदाजा लगाया जा सकता है।

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कमेटी ने खारिज किया प्रस्ताव

भगत सिंह चौक क्षेत्र को जलभराव से मुक्ति दिलाने के लिए अ‌र्द्धकुंभ में भी प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन अ‌र्द्धकुंभ मेला की हाई पावर कमेटी ने इसे खारिज कर दिया। तर्क दिया गया कि जिस समय अ‌र्द्धकुंभ होगा उस समय बारिश नहीं होगी। वैसे भी अ‌र्द्धकुंभ में बजट का अभाव बना हुआ है।

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99 करोड़ का है ड्रेनेज प्लान

हरिद्वार शहर के ड्रेनेज प्लान के लिए जल निगम ने केंद्र सरकार को 99 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। पूरे शहर के ड्रेनेज प्लान में भगत सिंह चौक क्षेत्र भी शामिल है। जेएनएनयूआरएम योजना में ड्रेनेज प्लान प्रस्तावित था। अब सरकार ने इस जेएनएनयूआरएम को खत्म कर दिया है। इसलिए ड्रेनेज प्लान भी अटक गया।

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बीसूका में उठा मामला

मंगलवार को हुई बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति की बैठक में भी जलभराव का मामला उठा। जलभराव को देखते हुए बैठक में जिलाधिकारी ने समस्या के समाधान को कहा।

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पूरे शहर का ड्रेनेज प्लान केंद्र सरकार को भेजा गया है। जेएनएनयूआरएम में अब धन नहीं मिल रहा है। उम्मीद है कि किसी दूसरी योजना में धन मिलेगा।

- मोहम्मद मीसम, ईई जल निगम

फोटो - क् व ख्::::