सभी कॉलोनियों में भरा बरसाती पानी, निकलने की व्यवस्था नहीं होने से बढ़ी दिक्कत

नगर निगम भी किसी मदद से झाड़ रहा पल्ला, अब मजबूर लोग प्राइवेट बिल्डर्स को कोस रहे

ALLAHABAD: मंगलवार को झमाझम बरसात से पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। पुराने शहर से लेकर सिविल लाइंस के वीवीआईपी रोड तक पानी में डूब गए। लेकिन सबसे अधिक आफत में फंसे वे लोग जो किसी न किसी रूप में अवैध कॉलोनियों में रह रहे हैं। इन कॉलोनियों में कहीं तीन तो कहीं चार से पांच फीट तक पानी लग गया। कई घरों में पानी घुसा, लेकिन इन कॉलोनियों के वाशिंदों का हाल जानने के लिए कोई नहीं पहुंचा।

मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर धूमनगंज क्षेत्र में बनी अवैध कॉलोनियों का हाल जानने पहुंचा। यहां रहने वालों से बात की गई तो उन्होंने प्राइवेट कॉलोनाइजरों के साथ ही एडमिनिस्ट्रेशन व नगर निगम के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली।

नहीं है कोई भी सुविधा

हाईकोर्ट से पानी टंकी और पानी टंकी से चौफटका व चौफटका से आगे बढ़ते ही धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक-दो नहीं बल्कि एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां बसी हैं। इनमें सैकड़ों परिवार रह रहे हैं। लेकिन कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। कॉलोनाइजर प्लॉट बेचकर गायब हैं। नगर निगम और एडीए इनकी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। धूमनगंज क्षेत्र में एडीए ने प्रीतमनगर को डेवलप किया है। इसके आस-पास व आगे बढ़ने पर करीब एक दर्जन से अधिक छोटी बड़ी कॉलोनियां डेवलप हो गई हैं। इसमें गोकुल आवास योजना, जेपी नगर, अनंत नगर, भक्ताना, भोला का पुरवा, कन्हईपुर, न्याय नगर, महेंद्र नगर, मीरापट्टी, अल्का विहार कॉलोनी शामिल है।

नहीं है पानी निकासी की व्यवस्था

स्थान: गोकुल आवास योजना

समय: दोपहर 01.00 बजे

प्रीतमनगर से सटे गोकुल आवास योजना में कहीं घुटने भर तो कहीं घुटने से कम लेकिन हर तरफ पानी भरा था। पता लगा यहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। सीवर लाइन भी नहीं बिछी है। जलभराव के कारण लोग घरों में कैद थे। बच्चे स्कूल नहीं गए, कई ऐसे थे जिन्हें ऑफिस से छुट्टी लेनी पड़ी।

यहां तो रोड ही नहीं बनी है

स्थान: जेपी नगर

समय: दोपहर 1.30 बजे

जेपी नगर की हालत तो गोकूल आवास योजना से भी खराब मिली। यहां रोड थी ही नहीं, जिसकी वजह से बारिश के पानी के साथ ही कीचड़ लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई। बारिश के पहले नाले की सफाई नहीं होने के साथ ही लोगों की शिकायत नाला पर कब्जे की भी थी।