भगवान बिरसा के बैरक को पुलिसवालों से खाली कराया

दीवारों पर बना दी जीवन के यादगार पलों की पेंटिंग

RANCHI (18 Sep) : झारखंड गठन के बाद पिछले क्म् सालों से भगवान बिरसा के नाम पर पॉलिटिक्स तो खूब हुई, पर उनके ऐतिहासिक विरासत को संजोने के दिशा में कोई काम नहीं हुआ था। लेकिन, मुट्ठी भर युवाओं ने आठ घंटे की मशक्कत में ही उनसे जुड़ी शहर की सबसे यादगार जगह को रौशन कर दिया है।

भगवान बिरसा मुंडा ने क्क्म् साल पहले पुराने जेल के जिस बैरक में अंतिम सांसें ली थीं, उसकी तसवीर पूरी तरह से बदल दी गई है। बिरसा मुंडा जेल मैदान निर्माण समिति से जुड़े युवाओं ने जेल के बैरक को पहले पुलिस वालों से खाली कराया और फिर उसे साफ किया। इसके बाद कोकर निवासी चित्रकार प्रवीण कर्मकार की टीम ने दीवारों पर आकर्षक चित्र बनाए और महज आठ घंटे की मेहनत में ही उनमें रंग भर दिए।

जेल बैरक की दीवारों पर भगवान बिरसा के जीवन और उनके संघर्ष से जुड़े यादगार लम्हों के चित्र बनाए गए हैं। पेंटिंग बनाने वाले युवाओं में अरविंद पांडेय, प्रीति गाड़ी, विकास कुमार, रोशन नाग, शेफाली सिंह, ऋचा, माया कुमारी, अंकित आचार्य, विशाल गुप्ता, जयंत मजुमदार और विकास अग्रवाल शामिल हैं। इस मुहिम की शुरुआत समिति के रवि मुंडा ने की। ओम वर्मा, विक्की वर्मा, रवि, संजय, कुणाल, तुषार, मोंटी, गौतम मुंडा और आकाश मुंडा ने उनका साथ दिया। इन्होंने जेल के कमरे में लाइट भी लगवा दी है। सभी दोस्तों ने मिलकर अपनी कमाई से आपस में ही कुछ रुपए इकट्ठा कर रिनोवेशन का काम कर डाला। रवि मुंडा ने बताया कि उन्होंने यहां स्थापित करने के लिए भगवान बिरसा की पत्थर की प्रतिमा भी बनाने का ऑर्डर दे दिया है। इसे शिल्पकार रामपाल तैयार कर रहे हैं। प्रतिमा क्फ् नवंबर को स्थापित की जाएगी। इसकी लागत करीब ख्भ् हजार रुपए आएगी। अभी तक इन युवाओं ने क्भ् हजार रुपए खर्च कर दिए हैं। अनुमान है कि पूरे परिसर की शक्लो-सूरत बदलने में डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च होंगे।