GORAKHPUR: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र प्रद्युम्न की मौत ने प्रदेश के जिम्मेदारों को भी सजग कर दिया है। शासन की ओर से सभी जिला प्रशासन को प्राइवेट स्कूल्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए 'मिशन भरोसा' चलाने का निर्देश दिया गया है। जिसके तहत परिवहन, पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को संयुक्त रूप से काम करना है। इसमें स्कूल वैन और बसों के ड्राइवर्स और कंडक्टर्स का पुलिस वेरिफिकेशन कर उनका थानेवार ब्योरा जुटाया जाएगा। इस बाबत संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी कर दिया गया है।

 

जारी होगा आईडी कार्ड

जिला प्रशासन के मुताबिक प्रदेश सरकार की ओर से शुरू हुई 'मिशन भरोसा' स्कीम की शुरूआत यहां भी हो चुकी है। जिसके तहत सभी स्कूल्स के वैन और बस ड्राइवर व कंडक्टर्स को एक आईडी कार्ड जारी किया जाएगा। इसमें गाड़ी नंबर, मोबाइल नंबर, ड्राइवर का नाम, पता और वाहन मालिक की भी डीटेल होगी। साथ ही वाहन किस स्कूल से अटैच है और कितने बच्चों को ले जाता है इसकी भी जानकारी होगी।

 

पुलिस और आरटीओ के पास होगी डीटेल

आरटीओ की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, वैन और बस चालक से जुड़ी जानकारियां स्थानीय थानों के साथ ही आरटीओ ऑफिस के पास भी होगी। जिससे जरूरत पड़ने पर संबंधित वाहन और ड्राइवर की डीटेल खोजी जा सके। जिले भर में जितने भी बड़े प्राइवेट स्कूल्स से अटैच और पैरेंट्स की तरफ से किराए पर लिए गए वाहनों से जुड़े चालकों का वेरिफिकेशन होगा।

 

ऑनलाइन होगी जानकारी

वहीं, वेरिफिकेशन के बाद जिले की वेबसाइट पर सभी स्कूल-कॉलेजेज से अटैच वाहन चालकों का ब्योरा अपलोड किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही सॉफ्टवेयर भी तैयार होगा। इसके लिए यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों के साथ ही निजी एजेंसी से भी सॉफ्टवेयर तैयार करने पर चर्चा हो चुकी है। वेबसाइट पर डाटा अपलोड होने के बाद कोई भी ड्राइवर की डीटेल देख सकेगा।

 

 

'मिशन भरोसा' स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए है जिसे लागू करने की योजना है। प्रदेश भर के प्राइवेट स्कूल्स में चलने वाली वैन और बसों के ड्राइवर्स व कंडक्टर्स का वेरिफिकेशन बहुत जरूरी हो गया है।

- स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री