बरेली: बरेली में दवा कारोबार की आड़ में करोड़ों की नशीली दवा तस्करी का खेल सामने आया है। खतरनाक श्रेणी की नारकोटिक्स दवाओं की बड़ी खेप यहां मंगाकर युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेलेने के साथ ही नेपाल और बांग्लादेश तक तस्करी की संभावना है। दो दिन पहले ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने कमिश्नर की गोपनीय सूचना पर दवा के थोक विक्रेताओं के यहां छापेमारी की तो ऐसी दवाओं की अवैध बिक्री के प्रमाण मिले, जिनकी इतनी खेप हजारों लोगों का जीवन बर्बाद कर सकती है। अब ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट इस बात की तस्दीक में जुटा है कि आखिर दवा के रूप में यह नशा कहां सप्लाई हुआ है।

कमिश्नर को मिली थी शिकायत

ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी को कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने एक शिकायत सौंपी थी, जिसमें बरेली में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित एच-1 श्रेणी में आने वाली नारकोटिक ड्रग्स की अवैध बिक्री की सूचना दी। इसके बाद ट्यूजडे और वेडनसडे को दो दिन ड्रग कंट्रोल टीम ने छापेमारी कर प्रमाण जुटाए हैं।

करोड़ों की नारकोटिक ड्रग्स आखिर किसे बेची:

ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी की टीम को बरेली में एक दर्जन से अधिक दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पिछले कुछ दिनों में ही एल्प्राजोलम, डायजापाम और क्लोनाजीपाम जैसे खतरनाक नारकोटिक्स ड्रग्स की करोड़ों रुपए की खरीद के साक्ष्य मिलने पर हैरान रह गई। दो होलसेल कारोबारियों के यहां बड़ी संख्या में इन दवाओं की खरीद के बिल तो मिले पर ये कहां और किसे बेची गई, इसके साक्ष्य नहीं मिले। ऐसे में, इन दुकानों की बिक्री प्रतिबंधित कर दवा बिक्री के साक्ष्य मांगे गए हैं।

बरेली से नेपाल और बांग्लादेश नशीली दवा का कारोबार-

ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी को मिली गोपनीय सूचना के मुताबिक बरेली से नशीली दवाएं और सिरप की एमआरपी से अधिक कीमत पर होलसेल कारोबारी तस्करों को बेच देते हैं। सरकारी कंट्रोल की वजह से इस दवाओं की कंपनी रेट तो कम होती है, लेकिन नशे के लिए इन्हें महंगे दाम पर बेच दिया जाता है। अकेले बरेली के दवा बाजार में पिछले एक माह में तीन करोड़ से अधिक की नारकोटिक ड्रग्स खरीदी गई हैं। ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी इस मशक्कत में जुटा है कि आखिर इतनी बड़ी नशे की खेप कहां खपाई गई।

गोपनीय रखी गई पूरी कार्रवाई-

नारकोटिक्स ड्रग्स की तस्करी मामले में कमिश्नर की शिकायत पर ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी के सीनियर ऑफिसर्स ने छापेमारी से पहले ड्रग इंस्पेक्टर्स को भी इसकी भनक नहीं लगने दी। असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर गुलशन सेतिया खुद टीम को लेकर शास्त्री मार्केट पहुंच गए। खुद एक-एक डिस्ट्रीब्यूटर के यहां जाकर स्टॉक और रिकॉर्ड चेक किया।

बरेली में कहां कितना काला कारोबार:

-3 करोड़ की नारकोटिक ड्रग्स एक माह में बरेली के होलसेलर्स को सप्लाई

- 8 डिस्ट्रीब्यूटर छापे की सूचना लीक होने पर दुकान बंद कर फरार

-2 फर्म की बिक्री रोकी, एक दर्जन से सैंपल भरे

- टैबलेट और इंजेक्शन फॉम में आने वाली दवाओं की तस्करी

-सिरप फॉम में दवाओं की खरीद-फरोख्त का डेटा ही नहीं

इनका कहना-

नारकोटिक ड्रग्स के अवैध कारोबार के संदेह पर छापेमारी जारी है। पता लगाया जा रहा है कि आखिरी प्रतिबंधित दवाएं इतनी मात्रा में कहां खपाई गई-

गुलशन सेतिया, असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर