-एसटीएफ ने 38 लाख कीमत की चरस के साथ हरियाणा के दो तस्कर गिरफ्तार

BAREILLY: नेपाल से बरेली व यूपी के आसपास के जिलों से नशीले पदार्थ की सप्लाई बढ़ती ही जा रही है। एक बार फिर से एसटीएफ बरेली की इकाई ने सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम के साथ मिलकर भारी मात्रा में चरस बरामद की है। चरस को कार की नंबर प्लेट, हेड लाइट और डेस्कबोर्ड के पीछे केविटी बनाकर छिपाया गया था। टीम ने बड़ा बाईपास पर कार से 38 लाख रुपए कीमत की चरस के साथ हरियाणा के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से इंडिका कार और 38 किलो 250 ग्राम चरस और 4000 रुपए नकद भी बरामद हुए हैं।

चेकिंग के दौरान पकड़ा

गिरफ्त में आए तस्करों की पहचान डिडवारी पानीपत हरियाणा निवासी सुनील उर्फ काला और वागलाजी जिंद हरियाणा निवासी वीरेंद्र के रूप में हुई है। एसटीएफ बरेली ईकाई के प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि नेपाल से चरस की सप्लाई की सूचना मिल रही थी। जिसके आधार पर थर्सडे बड़ा बाईपास पर भूड़ा के पास चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान इंडिका कार को रोका गया तो दो युवक भागने लगे, लेकिन उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया गया। जब कार की तलाशी ली गई तो कार में बनी कैविटी में चरस के पैकेट मिले।

नेपाल में शिवा है खिलाड़ी

पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वे चरस को नेपाल निवासी शिवा नामक व्यक्ति से लेकर आये हैं। वह इस माल को अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के माध्यम से भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जनपद लखीमपुर खीरी के पलिया के पास चन्दन चौकी के समीप जंगल में पहुंचा देते है, जहां से हम लोग इस माल को अपनी गाड़ी में लादकर पश्चिमी यूपी के जनपद रामपुर निवासी गुड्डू नामक व्यक्ति को दे देते हैं। इसके पूर्व भी वे चार-पांच बार नेपाल से अवैध चरस ला चुके हैं। इसकी एवज में गुड्डू उन्हें एक हजार रूपये प्रति पैकेट के हिसाब से देता है यह भी बताया कि बरामद कार अभियुक्त हरी सिंह की है और इसमें जो कैविटी बनी है, वह भी हरी सिंह ने ही कहीं बनवाई थी। यह भी बताया कि गुड्डू इस धंधे में काफी समय से लिप्त हैं। जब वे लोग गाड़ी लेकर चरस लेने जाते थे तो बिलासपुर रोड पर गुड्डू उन्हें मिल जाता था, वहां से वह माल निकाल कर गाड़ी खाली करके गाड़ी व रुपय देकर चले जाते थे।