- पहले भी गंगा बैराज-कम्पनी बाग रोड, काकादेव, मोतीझील, आर्य नगर में टेस्टिंग के दौरान फट चुकी है पाइप लाइन

- 868 करोड़ हो चुका खर्च, अभी टेस्टिंग ही चल रही

KANPUR: करोड़ों रूपए खर्च कर जेएनएनयूआरएम के तहत जलनिगम की बिछाई पाइप लाइनों की गड़बडि़यों की पोल टेस्टिंग में खुलकर सामने आती जा रही है। थर्सडे को गीता पार्क में बने ओवरहेड टैंक के लिए टेस्टिंग में मेन पाइप लाइन रामबाग, ब्रह्मनगर सहित 9 जगह फट गई। पाइप लाइन फटते ही पानी की तेज धार से गलियों में पानी भर गया। किसी अनहोनी की आशंका से लोगों में अफरातफरी मच गई।

868 करोड खर्च नहीं मिला पानी

जेएनएनयूआरएम के फेस-1 व फेस-2 ड्रिकिंग प्रोजेक्ट के तहत अब तक करीब 868 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके है। पर 7 साल बीतने के बावजूद अभी तक कानपुराइट्स के घरों में वाटर सप्लाई शुरू नहीं हो सकी।

टेस्टिंग ही नहीं पूरी कर पा रहा

जलनिगम अभी तक पाइप लाइनों की टेस्टिंग ही कर रहा है। टेस्टिंग में भी पाइप लाइन जगह-जगह फट रही है। थर्सडे की शाम जलनिगम ने गीता पार्क रामबाग में बने ओवरहेड टैंक तक जलकल मुख्यालय पानी पहुंचाने के लिए टेस्टिंग शुरू की।

छूटा भ्रष्टाचार का फव्वारा

जलनिगम के पाइप लाइन बिछाने में की गई गड़बडि़यों की पोल एकबार फिर खुल कर सामने आ गई। बेनाझाबर से गीता पार्क रामबाग ओवरहेड टैंक तक पाइप लाइन की टेस्टिंग में गीता पार्क, रामबाग, ब्रह्मनगर में 9 जगह पाइप फट गई। इनसे पानी के फौव्वारे छूटने लगे। तेज रफ्तार में पानी रामबाग व ब्रम्ह नगर की गलियों में भरने लगा। कुछ ही मिनटों में गलियों जलमग्न हो गई। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने इसकी सूचना जलकल व जलनिगम ऑफिसर्स को दी। तब कहीं जाकर वाटर सप्लाई बन्द की गई, लेकिन तब तक लाखों गैलन पीने का पानी बह चुका था।

दर्जनों जगह फट चुकी पाइप लाइन

ऐसा नहीं गुरुवार को पहली बार टेस्टिंग में पाइप लाइन फटी हो। करीब 6 महीने सबसे पहले जलनिगम ने गंगा बैराज से कम्पनी बाग तक पाइप लाइन की टेस्टिंग की। वहां भी पाइप लाइन फटने से आधा दर्जन जगहों पर पानी के फौव्वारे छूटे। इसे सही करने के लिए जलनिगम ने फिर से कई जगह सड़क खोदी। महीनों तक खुदी सड़क के कारण कम्पनीबाग-गंगा बैराज रोड पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया। इसके बाद जलनिगम ने कम्पनी बाग से मैकरार्बट्सगंज रोड और गीता नगर क्रासिंग तक की लाइन की टेस्टिंग की। इस टेस्टिंग में तो हाल और खराब रहा है। करीब 17 जगह पाइप लाइन फटने से पानी सड़कों पर बहा। आर्य नगर चौराहा के अलावा कम्पनी बाग-रावतपुर रोड कई जगह धंस गई। इसके बाद जलनिगम ने काकादेव में पाइप लाइन की टेस्टिंग की तो 5-6 जगह लीकेज निकली। रोड तालाब बन गई। कारगिल पार्क से बेनाझावर तक टेस्टिंग में पाइप लाइन फटने से नगर निगम मुख्यालय के पीछे 2 जगह रोड धंस गई।

ऑफिसर्स बदले, हालात नहीं

जलनिगम की करतूतों के कारण स्थानीय लोक लेखा समिति ही जलनिगम के एमडी तक शहर में मीटिंग में नाराजगी जता चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक जलनिगम वाटर सप्लाई नहीं शुरू कर सका। इसके चलते हाल ही में जलनिगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर भारत सिंह पर गाज गिर चुकी है। उन्हें हटा दिया गया है।

जेएनएनयूआरएम प्रोजेक्ट्स

प्रोजेक्ट - ड्रिकिंग वाटर फेज-1

काम शुरू हुआ- मई, 2008

पहले प्रोजेक्ट कास्ट- 270.95 करोड़

बाद में बढ़कर हुई कास्ट- 393.93 करोड़

प्रोग्रेस रिपोर्ट- कई कम्प्लीशन डेट के बाद कम्प्लीट नहीं हुआ प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट- ड्रिकिंग वाटर फेज-2

काम शुरू हुआ- नवंबर, 2009

पहले प्रोजेक्ट कास्ट- 377.79 करोड़

बाद में प्रोजेक्ट कास्ट- 475.15 करोड़

प्रोग्रेस रिपोर्ट- अनकम्प्लीट