-बायोमेडिकल वेस्ट की पॉलीबैग में तीन भ्रूण रख कूड़ेदान में फेंके

-कुत्तों ने कूड़ेदान से पॉलीबैग खींच रोड पर डालकर खा गए एक भ्रूण

BAREILLY :

यह अपराध जघन्य है। अक्षम्य है। तीन बच्चों की दुनिया में आने से पहले ही हत्या कर दी गई। तकनीकी भाषा जरूर उन्हें मानव भ्रूण कहते हैं। क्रूरता यह कि इन तीनों बच्चों की कोख में हत्या कर उन्हें कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया। हॉस्पिटल वेस्ट की पॉलीबैग में इन्हें छिपाने की कोशिश की गई, लेकिन आवारा कुत्तों ने उन्हें नोच डाला। एक भ्रूण को तो खा ही गए।

यह अपराध कहां हुआ इसकी फिलहाल जांच हो रही है, लेकिन तीनों विकसित भ्रूण मिले ईसाइयों की पुलिया के सामने कटरा चांद खां की मोड़ पर रखे नगर निगम के कचरे के बाहर। थर्सडे सुबह करीब नौ बजे जब नगर निगम का सफाईकर्मी वहां कूड़ा उठाने पहुंचा तो कुत्ते एक भ्रूण को मुंह में दबाकर भाग गए। चंद मिनटों में खबर चारों ओर फैल गई। मौके पर पहले चीता पुलिस पहुंची। फिर डायल 100 और बाद में जगतपुर चौकी इंचार्ज रजनीश कुमार थोड़ी देर बाद डिप्टी सीएमओ डॉ। अशोक कुमार और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक टीम के साथ पहुंच गए। बचे हुए दो भ्रूणों का पंचनामा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

तीन अस्पताल जवाब-तलब

भू्रण मिलने की सूचना पर पहुंचे डिप्टी सीएमओ और नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने घटनास्थल के ठीक बगल में सेवा हॉस्पिटल एंड आईबीएफ सेंटर, चंद कदम दूर ईसाइयों की पुलिस के पास वरदान हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी सेंटर और अमन नर्सिग होम एंड फरहत मैटरनिटी सेंटर हैं, जिनका निरीक्षण किया। इन तीनों हॉस्पिटल के आसपास नगर निगम का एकमात्र कूड़ादान है।

5 माह से अधिक का भ्रूण

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट है कि यदि मौके पर मिले दोनों भ्रूण गर्भपात का नतीजा हैं तो कम से कम एक मामले में अवैध गर्भपात हुआ है, क्योंकि पीएनडीटी एक्ट के तहत अधिकतम 20 सप्ताह के गर्भस्थ शिशु का गर्भपात कराने के लिए ही अनुमति देती है, लेकिन इसमें एक गर्भस्थ शिशु पांच माह से अधिक का निकला जिसका गर्भपात गैर कानूनी है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि एक भ्रूण पांच माह जबकि दूसरा चार माह का था। एक भू्रण जो पांच माह का था उसके सिर पर बाल और नेल भी दिख रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शी जगदीश ने दी सूचना

कटरा चांद खां निवासी जगदीश ने बताया कि वह सुबह को ईसाइयों की पुलिया की तरफ जा रहे थे। तभी कुत्ते नगर निगम की डस्टबिन से पालीबैग को खींच रहे थे। देखते ही देखते पालीबैग से कुत्ते कुछ मांस जैसा नोंचने लगे। पास जाकर देखा तो होश उड़ गए तीन भ्रूण में से एक को कुत्ता लेकर भाग गया। पीछा किया, लेकिन हाथ नहीं आया। दो भ्रूण को कुत्तों से बचा लिया और पुलिस को सूचना दी, लेकिन समय से नहीं आता तो कुत्ते तीनों भू्रण को कुत्ते नोंच कर ख्ा जाते।

लड़के थे दोनों भ्रूण

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो गए कि दोनो विकसित भ्रूण लड़के थे। इससे इस बात की संभावना पूरी तरह खत्म हो गई कि लड़की को मारने के लिए ये भू्रण हत्या नहीं की गई है। बल्कि किसी ने अपने पाप को छिपाने के लिए इन नवजात की हत्या कर दी।

बॉयोमेडिकल पॉलीबैग में थे भ्रूण्ा- एसीएमओ

एसीएमओ डॉ। अशोक कुमार ने बताया कि नगर निगम के कूड़ेदान के पास बायोमेडिकल वेस्ट की पॉलीबैग में रखकर किसी ने भ्रूण फेंक दिए थे। मौके पर दो भ्रूण मिले थे, भ्रूण फुल टर्म के नहीं थे, अबार्शन कराने के बाद फेंके गए लग रहे थे, लेकिन जिसने भी इस तरह भू्रण फेंके हैं वह गलत है। भ्रूण की ठीक से निस्तारण कराना चाहिए था। मैंने आसपास के तीनों मैटरनिटी होम का निरीक्षण किया था। इसके साथ ही रिकॉर्ड भी मांगा है। जांच में पता चलने पर कार्रवाई की जाएगी।