-पिछले दिनों करीब 2 दर्जन कर्मचारियों पर गिरी गाज

-पुलिस के साथ प्रशासन के कर्मचारी भी नहीं बच रहे

>BAREILLY: सूबे में सरकार बदलते ही बरेली महकमे में भी बदलाव आ गया है। जिस तरह से सरकार क्विक एक्शन ले रही। उसी तरह से बरेली में अधिकारी भी एक्शन मोड में आ गए हैं। पुलिस के अलावा प्रशासन व अन्य विभाग में भी अब एक्शन हो रहा है। सस्पेंशन से लेकर मानदेय रोकने तक की कार्रवाई की जा रही है।

ठंडे बस्ते में चले जाते थे मामले

अभी तक देखने में आता था कि जब भी किसी कर्मचारी की लापरवाही की शिकायत मिलती थी तो संबंधित अधिकारी जांच कराकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देते थे। ज्यादा मामला बिगड़ने पर पुलिस डिपार्टमेंट में तो लाइन हाजिर और सस्पेंड की सजा दी जाती थी लेकिन प्रशासन व अन्य विभाग में कोई एक्शन नहीं होता था। इसी वजह से कर्मचारी मौज कर रहे थे लेकिन अब एक्शन में बदलाव आ गया है। मौजूदा समय में जिस भी पुलिसकर्मी की वसूली या ड्यूटी में लापरवाही की शिकायत मिल रही है तो एसएसपी, डीआईजी व आईजी तुरंत एक्शन ले रहे हैं और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रहे हैं। कई पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। फ्राइडे को फतेहगंज पश्चिमी में एसएसपी ने लूट की शिकायत मिलने पर कांस्टेबल अमित को सस्पेंड कर एफआईआर दर्ज करा दी थी। आईजी विजय प्रकाश ने लड़की से आशिक मिजाजी की शिकायत मिलने पर बिसौली के एसएचओ एसपी उपाध्याय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे सस्पेंड करा दिया।

लेखपाल व बाबू भ्ाी सस्पेंड

वहीं दूसरी और डीएम भी लापरवाह कर्मचारियों पर एक्शन लेने में कोई देरी नहीं कर रहे हैं। पिछले दिनों डीएम ने दो आदर्श गांवों में चौपाल लगाई थी। तहसील दिवस में एक बाबू की शिकायत मिलने लेखपाल को सस्पेंड कर दिया था। उसके बाद एक अन्य लेखपाल को गांव वालों की शिकायत पर सस्पेंड कर दिया गया। यही नहीं असलाह बाबू इजहार अली की रिश्वत का वीडियो वायरल होने पर सस्पेंड कर ि1दया था।

आंगनवाड़ी वकर्स का मानदेय रोका

वहीं डीपीओ ने लापरवाह आंगनवाड़ी वर्कर भी सख्त एक्शन लिया है। ड्यूटी से अबसेंट रहने वाली और डॉक्यूमेंट में फर्जीवाड़ा करने वाली 9 आंगनवाड़ी वर्कर व सहायिका का मानदेय रोक दिया गया। बिजली विभाग और एजुकेशन डिपार्टमेंट भी लापरवाह कर्मचारियों पर एक्शन हुए हैं।