- बार-बार नियम तोड़ने वालों पर कसेगा शिकंजा

- मोबाइल एप बेस्ड चलान को वाहन फोर सिस्टम से जोड़ा जाएगा

आई एक्सक्लूसिव

सुंदर सिंह

Meerut: अब बार-बार नियम तोड़कर टै्रफिक और परिवहन विभाग को ठेंगा दिखाने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। दोनों विभागों ने इसके लिए संयुक्त रूप से प्लानिंग तैयार की है। जिसमें ई-चलान में दोबारा फंसने पर जुर्माना भी दोगुना देना होगा। विभाग ने मोबाइल एप बेस्ड चालान में यह प्रावधान किया है। जनवरी फ‌र्स्ट वीक में नियम को लागू करने की आदेश दिए गए हैं।

अपडेट रहेगा रिकॉर्ड

विभागीय जानकारी के अनुसार मोबाइल एप बेस्ड चालान सिस्टम को परिवहन विभाग के वाहन सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन डीएल सॉफ्टवेयर से कनेक्ट किया जाएगा। जिसके माध्यम से ई-चालान सिस्टम पर किए गए चालान सीधे सर्वर पर सुरक्षित होंगे। अब किसी अन्य जगह भी वाहन या चालक उल्लंघन करते पकड़ा जाएगा तो वाहन का नंबर टैब पर डालते ही विवरण के साथ ही उसकी पुरानी कार्रवाई भी प्रदर्शित होंगी। साथ ही स्क्रीन पर पहली कार्रवाई प्लस दूसरी कार्रवाई की धनराशि भी दिखाई देगी।

घूमता था कागज

अभी तक किसी वाहन के कागजात न होने, परमिट खत्म होने या अन्य किसी नियम के उल्लंघन में पकड़े जाने पर एआरटीओ या टै्रफिक पुलिस की टीम कार्रवाई करती थी। वाहन अगर कार्रवाई वाले आरटीओ रीजन से बाहर का है तो उसका केवल रजिस्ट्रेशन विवरण ही ऑनलाइन देख सकते थे। पुरानी कार्रवाई की जानकारी के लिए रजिस्ट्रेशन वाले जिले में कागजात भेजकर विवरण लिया जाता है। इस प्रक्रिया में कई सप्ताह का वक्त लगता था। साथ ही एक बार चलान होने पर एक सप्ताह तक उसे कार्रवाई से मुक्त रखा जाता था।

ऐसे होगी कार्रवाई

जुर्माना राशि की गणना एक ही वाहन के दोबारा परिवहन नियम का उल्लंघन करने को मोटर व्हीकल एक्ट में अनुवर्तीय अपराध कहा जाता है। प्रथम कार्रवाई पर संबंधित परिवहन धारा में वर्णित जुर्माना राशि.दोबारा कार्रवाई पर अपराध की जुर्माना राशि की 75 फीसद या दोगुनी रकम और जुड़ेगी। तृतीय कार्रवाई पर मोटर व्हीकल एक्ट-1988 की धारा 86 के तहत वाहन का परमिट रद हो सकता है।

चालक के लिए नियम

वाहन चालक के दूसरी या तीसरी बार पकड़े जाने पर लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित होगा। परिवहन या भार वाहन के चालक का लाइसेंस स्थायी रूप से भी जब्त किया जा सकता है।

वर्जन

वास्तव में नियमों का कई बार उलंघन करने वालों को लेकर विभाग सख्त है। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए इस तरह की प्लानिंग तैयार की जा रही है।

-किरण यादव, एसपी टै्रफिक

वास्तव में नियम शुरू होने पर बार-बार नियम तोड़ने वालों पर काफी हद तक नकेल कसी जा सकेगी।

-रंजीत सिंह, एआरटीओ