-शहर में unsafe तरीके से सड़क पर दौड़ रहे हैं ई रिक्शा

-लगभग रोज होता है एक्सिडेंट, सवारी होते हैं चोटिल

VARANASI

Scene-1

कैंट पर ई रिक्शा चालकों के बीच सवारी बैठाने को लेकर मारामारी मची है। अधिक से अधिक कमायी के चक्कर में चार सीट वाले वाहन में आठ लोगों को बिठा रहे हैं। एक ई रिक्शा में क्षमता से अधिक सवारी बिठाकर चालक कुछ ही दूर चला था कि ओवरलोड की वजह से रिक्शा पलट गया। लोगों के सामान रोड पर बिखर गए और गिरकर लोग चोटिल हो गए।

Scene-2

क्षमता के अनुसार सवारी बिठाकर मैदागिन से चला ई रिक्शा चालक और सवारी के चक्कर में तेजी से चला जा रहा था। उसकी कोशिश थी कि कोई रिक्शा उससे आगे बढ़कर कोई सवारी न ले ले। कबीरचौरा पहुंचते ही चालक ई रिक्शा पर से नियंत्रण खो बैठा और चौराहे पर सामने से आ रहे ऑटो से भिड़ गया। दोनों वाहनों में सवार लोगों को काफी चोटें आयीं।

बेहद सुरक्षित मानी जाने वाली ई रिक्शा की सवारी अब जान पर भारी पड़ती जा रही है। ये दोनों सीन्स यही बता रहे हैं। नियमों की धज्जियां उड़ा रहे ई रिक्शा चालक अधिक कमायी के चक्कर में क्षमता से ज्यादा सवारी बिठाते हैं। उन्हें इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि बैठने वाले को कितनी परेशानी हो रही है। साथ ही वो कितने सुरक्षित हैं इससे भी रिक्शा चालकों को कोई मतलब नहीं होता है। शहर की रोड पर भीषण टै्रफिक होती है उसके बावजूद पूरी रफ्तार से रिक्शा दौड़ाते हैं।

सुरक्षा का नहीं इंतजाम

-ई रिक्शा की सवारी काफी असुरक्षित होता है

-उसकी बनावट इस तरह की होती है कि क्षमता से अधिक सवारी बैठाने पर अनियंत्रित होता जाता है

-ई रिक्शा पर चार से पांच लोगों के बैठने की जगह होती है लेकिन उसमें सात से आठ लोगों को बिठाते हैं

-चालक के साथ आगे की सीट पर भी दो सवारी बिठा लेते हैं

-ई रिक्शा में कोई दरवाजा आदि नहीं होता ताकि उसमें बैठने वाला खुद को सुरक्षित कर सके

-ई रिक्शा में इतनी मजबूती भी नहीं होती है कि छोटे से छोटे वाहन से टक्कर बर्दाश्त कर सके

-बैटरी सेव करने के चक्कर में रात में पर्याप्त रोशनी का इंतजाम नहीं करते हैं

तेज आवाज में बजाते हैं गाना

इतना अनसेफ होने के बावजूद ई रिक्शा चालक रोड पर चलते समय लापरवाही बरतते हैं। ज्यादातर चालक कान में हेडफोन लगाये रहते हैं। इसकी वजह से उन्हें पीछे से आने वाले वाहनों का हॉर्न सुनायी नहीं देता है। इसके साथ ही तेज आवाज में गाना बजाते हैं। जिसकी वजह से उनका ध्यान वाहन चलाने पर नहीं रहता है। यह लापरवाही एक्सिडेंट की वजह बनती है। कई बार तो सवारी गाना बजाने के लिए मना करते हैं लेकिन ई रिक्शा चालकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है।