आरपीएफ की टीम ने एजेंसी संचालक को किया गिरफ्तार

इलाहाबाद से नई दिल्ली, सूरत समेत कई शहरों के ई-टिकट बरामद

ALLAHABAD: रेलवे ने आईआरसीटीसी से जारी लाइसेंस के आधार पर ही आनलाइन ई-टिकट बनाने और बेचने का अधिकार लोगों को दिया है। लेकिन कुछ लोगों द्वारा अवैध यूजर आईडी बनाकर ई-टिकट का बिजनेस किया जा रहा है। बुधवार को रोशन बाग एरिया में एक ट्रैवल एजेंसी पर छापा मार कर आरपीएफ इलाहाबाद की टीम ने टै्रवल एजेंसी संचालक को ई-टिकट बनाते हुए गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से कई टिकट भी बरामद किए गए।

सूचना पर की गई छापेमारी

रेलवे ने पब्लिक को पर्सनल यूजर आईडी बनाकर आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बनाने का अधिकार दिया है। लेकिन कुछ लोगों द्वारा इसका फायदा उठाते हुए टिकट ब्लैक किया जा रहा है। इनकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। आरपीएफ इलाहाबाद की टीम को रोशनबाग एरिया में अवैध ई-टिकट बनाए जाने की जानकारी मिल रही थी। बुधवार को आरपीएफ के उपनिरीक्षक नंद किशोर यादव, एसआई मनोज शर्मा की टीम ने रोशनबाग में जायसवाल ट्रैवेल्स नाम से चल रही दुकान और साइबर कैफे पर छापेमारी की।

टिकट बनाते हुए पकड़ा गया

प्रवीण कुमार अग्रवाल को कंप्यूटर पर अवैध तरीके से टिकट बनाते हुए पकड़ा गया। पूछताछ में वह रेलवे का कोई कागजात नहीं दिखा सका। दुकान से 15 ई टिकट बरामद हुए, जिनकी कीमत 35,845 रुपये है। छानबीन में ट्रैवल एजेंसी से हावड़ा से इलाहाबाद, इलाहाबाद से बांदीकुई, इलाहाबाद से दुर्ग, नई दिल्ली से इलाहाबाद, कानपुर से बलिया, इलाहाबाद से सूरत, इलाहाबाद से भोपाल, नई दिल्ली से इलाहाबाद तक का टिकट मिला है। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक पीके राणा ने बताया कि दलाल को जेल भेज दिया गया है।