रोज आ रहे पांच से दस कान के पेशेंट 

ईयर फोन का धीमा जहर आदमी खास कर सिटी के यूथ्स को बीमार बना रहा है. कोई बहरा बन रहा है, तो कोई मानसिक रूप से बीमार.अपनी सिटी में ईएनटी क्लीनिकों में रोजाना ५ से लेकर १० लोग कान की समस्या को लेकर आ रहे हैं. इसमें यूथ की संख्या सबसे अधिक है. उन्हें कम सुनना, कान में दर्द रहना, सीटी टाइप की आवाज आना जैसी कॉमन प्रॉब्लम हो रही है. साथ ही इन्हें ईयर फोन सुनने की आदत रही है.

आइपॉड ऑब्लिवियन

ईएनटी डॉक्टरों की माने, तो मोबाइल, ईयरफोन और आईपॉड के अधिक यूज से यूथ में एक नई बीमारी हो रही है. इसे आइपॉड ऑब्लिवियन का नाम दिया जा रहा है. इससे ग्रस्त लोग अपने आप में इतना खोए रहते हैं कि अनजाने में ही जानलेवा हादसों को न्योता दे रहे हैं. अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरो साइकियाट्रिस्ट डॉ. पवन कुमार वर्णवाल का कहना है कि जो लोग ईयरफोन लगते हैं, उनका कान एक समय में एक साथ ढेर सारी आवाजों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता. इसलिए जब कोई ईयरफोन लगाकर गाड़ी ड्राइव करता है या पैदल रोड या रेलवे ट्रैक पार करता है, तो वह अपने आसपास की आवाज नहीं सुन पाता और हादसों का शिकार हो जाता है. अमेरिका के जर्नल ऑफ सेफ्टी में की गई रिसर्च के मुताबिक  फोन से संबंधित कोई भी काम कर रहे लोगों का पूरा ध्यान फोन पर ही लगा रहता है.  ऐसे लोग 'आईपॉड ऑब्लिवियनÓ  बीमारी का शिकार हो रहे हैैं.

सिटी में डेली बिकते  १००० ईयरफोन

ईयर फोन का क्रेज दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. अपनी रांची सिटी में ही डेली लगभग एक हजार ईयर फोन बिक रहा है. इस ईयरफोन का इस्तेमाल सबसे अधिक यूथ कर रहे हैैं. ये जाने अनजाने में 'आईपॉड ऑब्लिवियनÓ बीमारी की चपेट में आ रहे हैैं. सिटी के जाने-माने ईएनटी सर्जन डॉ आई.बी. प्रसाद की माने, तो उनके क्लीनिक पर डेली ५ से लेकर १० लोग कान में कम सुनाई देने की प्रॉब्लम को लेकर आ रहे हैं. इसमें १६ से लेकर ३० साल के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है.

मानसिक बीमारी का खतरा

डॉ आईबी प्रसाद के पास आनेवाले सभी लोग यह स्वीकार करते हैं कि बीमार हो रहे लोग डेली तीन से लेकर पांच घंटे तक मोबाइल पर ईयरफोन लगाकर बात करते हैं या म्यूजिक सुनते हैं. सिटी के ईएनटी डॉक्टर वी.के. वर्मा की माने, तो ईयरफोन लगाने से लोगों में बहरेपन की समस्या तो बढ़ ही रही है. इससे लोगों के माइंड पर भी स्टे्रस भी पड़ रहा है, जिससे लोग मानसिक रूप से भी बीमार हो रहे हैैं.

ट्रैफिक में हो रही प्रॉब्लम

ईयरफोन लगाने वाले लोग ट्रैफिक के लिए भी प्रॉब्लम बन रहे हैं. ऐसे लोग ट्रैफिक रूल्स की सबसे ज्यादा अनदेखी कर रहे हैं और रोड एक्सीडेंट का कारण बन रहे हैं. पिछले दिनों  सरकुलर रोड पर स्कूटी चलाते हुए एक गर्ल की सिटी बस से टक्कर हो गई थी. उक्त गर्ल स्कूटी चलाते हुए ईयरफोन लगाकर बात कर रही थी, जिस कारण उसे हॉर्न सुनाई नहीं पड़ी. गनीमत थी कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.