मसालेदार भोजन बनाता है हिंसात्मक

फ्रांस की ग्रेनोबिल यूनिवर्सिटी की रिसर्च में एक चौकानें वाली बात सामने आई है. इस रिसर्च में पाया गया है कि मसालेदार भोजन पसंद करने वाले पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन लेवल आम पुरुषों की अपेक्षा अधिक होता है. इसके साथ ही ऐसे पुरुषों को हिंसात्मक गतिविधियों में संलिप्त देखा गया है. गौरतलब है कि इस रिसर्च के तहत 18 से 44 साल के 114 पुरुषों को शामिल किया गया.

रिसर्च में दिया गया मनपसंद खाना

ग्रेनोबिल यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम ने 114 पुरुषों को मसालेदार आलुओं से बनी हुई डिश खाने के लिए दी. इसके साथ ही इन सभी पुरुषों को उनकी इच्छानुसार चिली सॉस डालने की आजादी थी. इसके बाद रिसर्च टीम ने इन पुरुषों के सेलिवा सेंपल्स की स्टडी की. उल्लेखनीय है कि जिन लोगों ने चिली सॉस की सबसे ज्यादा मात्रा ली उन लोगों में टेस्टोस्टोरेन की सबसे ज्यादा मात्रा पाई गई. इसके साथ ही इस रिसर्च में मिले तथ्यों को युनिवर्सिटी द्वारा टेस्टोस्टोरेन लेवल पर की गई रिसर्चों से मिलता-जुलता पाया गया.

ज्यादा टेस्टोरेन बनाता है रिस्क-टेकर

ग्रेनोबिल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर लॉरेंट बेग ने कहा कि हार्मोंस पुरुषों को नए अनुभव लेने और थ्रिलिंग एक्सपीरियंस लेने के लिए प्रेरित करती है. इसके साथ ही ज्यादा टेस्टोस्टोरेन लेवल वाले पुरुष रिस्क लेने और अपनी तरह के लोगों के साथ उठना-बैठना पसंद करते हैं. इसके साथ ही प्रोफेसर बेग कहते हैं कि लाल मिर्च का सेवन करने वाले पुरुष एंडवेंचरस पुरुष होते हैं.

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