- सामान्य परिषद की पहली बार आयोजित बैठक को सीएम अखिलेश यादव ने की अध्यक्षता

- उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए यूजीसी के मानकों के अनुसार सुनिश्चित की जाएंगी व्यवस्थाएं

LUCKNOW: सरकार विकलांग छात्र एवं छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। छात्र-छात्राओं के लिए डॉ। शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के मानकों के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। यह निर्देश गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डॉ। शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की पहली बैठक में कहीं। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद सामान्य परिषद की पहली बार आयोजित बैठक की मुख्यमंत्री अध्यक्षता कर रहे थे।

यूनिवर्सिटी में खुलेंगे चार नए केंद्र

सामान्य परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी के विकास कामों की समीक्षा करते हुए एजेंडे के विभिन्न बिन्दुओं पर अनुमोदन प्रदान किया। एजेंडे में मुख्य रूप से यूनिवर्सिटी में स्थापित ख्9 डिपार्टमेंट में से संचालित मात्र क्ख् डिपार्टमेंट को आगे ले जाने के लिए चार नए केंद्रों की स्थापना का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने यूजीसी के मानक के अनुसार विभिन्न डिपार्टमेंट में खाली पदों को भरने का भी निर्णय लिया गया, ताकि यूजीसी की सारी सुविधाएं मिल सकें।

अपने आप में अनूठी यूनिवर्सिटी

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकलांगता एवं पुनर्वास से सम्बन्धित पूरे देश में एकमात्र अपने प्रकार का एक अनूठी यूनिवर्सिटी होने के कारण इसका अपना अलग महत्व है। उन्होंने कहा कि विकलांगता के विभिन्न विषयों पर हायर एजुकेशन में रिसर्च और दूसरे कामों को करने के उद्देश्य से इसका लाभ पूरे देश के विभिन्न कैटेगरी के विकलांग एवं सामान्य छात्र-छात्राओं को मिले। साथ ही मुख्यमंत्री ने अप्रवासी भारतीय और सार्क देशों के स्टूडेंट्स को इस यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान करने के लिए इस यूनिवर्सिटी को नेशनल लेवल की यूनिवर्सिटी बनाने की बात कही।

सामान्य परिषद में यह लिए गए निर्णय

क्। प्रो। उलरीके जीशान को यूनिवर्सिटी ऑफ लंकाशायर इंग्लैंड और प्रख्यात संगीतकार रवीन्द्र जैन को विजिटिंग प्रोफेसर नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।

ख्। यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय स्तर का यूनिवर्सिटी घोषित किया जाएगा।

फ्। यूनिवर्सिटी का पहला दीक्षांत समारोह फ्0 सितम्बर, ख्0क्ब् को आयोजित किया जाएगा।

ब्। विभिन्न प्रकार के पुनर्वास कार्यक्रमों के लिए यूनिवर्सिटी को नोडल एजेन्सी बनाया जाएगा।

भ्। यूनिवर्सिटी में कौशल वृद्धि केन्द्र की स्थापना की जाएगी।

म्। प्रत्येक माध्यमिक एवं बेसिक विद्यालयों से एक-एक अध्यापक को विकलांगता की विशेष शिक्षा के सम्बन्ध में मास्टर ट्रेनर बनाने के लिए यूनिवर्सिटी फाउंडेशन कोर्स कराने का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।

7. एक मॉडल आवासीय विशेष विद्यालय की स्थापना की जाएगी। जिसमें पब्लिक स्कूल की तरह विकलांग एवं सामान्य बच्चों को सुविधाएं देकर शिक्षित किया जाएगा।

8. विकलांग लोगों की सहायता के लिए डिसएबिलिटी हेल्प लाइन प्रारम्भ की जाएगी।