- नवम्बर फ‌र्स्ट वीक में जारी होगा विज्ञापन

- मार्च के लास्ट में पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया

- मई में शुरू होगी दूसरे चरण की भर्ती

shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW: प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान 'आईटीआई' में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शासन की ओर से इंस्ट्रक्टर्स की भर्ती को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। शासन की ओर से भर्ती के लिए दो चरणों में प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पहले चरण में ख्ब्98 इंस्ट्रक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत होगी, जोकि अगले एक से डेढ़ महीने के अंदर शुरू हो जाएगी। इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए शासन की ओर से पांच महीने का समय सीमा तय की गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि ख्0क्भ् के नए सेशन शुरू होने से पहले इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।

शिक्षकों की कमी से जूझे रहे हैं आईटीआई

भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट स्कीम के तहत देश के आईटीआई में पढ़ने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ उनके स्किल को भी डेवलप किया जाएगा। इसके लिए छात्रों को इंडस्ट्री ट्रेनिंग देने पर जोर दिया जा रहा है। इन आईटीआई में इंस्ट्रक्टर्स की कमी को दूर करने के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने भी पहल शुरू कर दिया है। अगले साल नया सेशन शुरू होने यह पहले आईटीआई में नए इंस्ट्रक्टर्स भर्ती कर दिए जाएंगे।

तैयार हो रहा है सिस्टम

डिपार्टमेंट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट के सचिव भुवनेश कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इंस्ट्रक्टर्स की भर्ती के लिए शासन से मंजूरी प्राप्त हो गई है। यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इसके लिए सॉफ्टवेयर बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया को दो चरणों में बाटा गया है। पहले चरण में ख्ब्98 अनुदेशकों की भर्ती की जाएगी। जिसके लिए विज्ञापन अक्टूबर में जारी किया जा सकता है।

साफ तौर पर निर्देश हैं

शासन की ओर से साफ तौर पर निर्देश है कि यह प्रक्रिया पांच मंथ में पूरी कर ली जाए, इसलिए हमारी कोशिश है कि इस भर्ती प्रक्रिया को मार्च ख्0क्भ् तक पूरा कर इंस्ट्रक्टर्स की नियुक्ति कर दें। भुवनेश कुमार ने बताया कि इसके बाद दूसरे चरण की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी, जिसे सितम्बर ख्0क्भ् में पूरा किया जाएगा। इस चरण में कितने पदों की भर्ती होगी, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ हैं।

अगले साल भी बढ़ेगी सीटें

सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि हमारे प्रदेश की आबादी करीब ख्क् करोड़ है, जिसमें से केवल चार प्रतिशत लोग ही स्किल डेवलपमेंट योजना का फायदा उठा पाते हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने बड़ी संख्या में स्किल डेवलप करने के लिए प्रदेश के कई आईटीआई में सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इस साल भी गवर्नमेंट ने करीब ब्म् हजार म्00 सीटें बढ़ाई हैं। वहीं ख्0क्भ् में क्9म्00 सीटों की और बढ़ोत्तरी की जाएगी।

ताकि आईटीआई में मानक कम न हो

भुवनेश कुमार ने बताया कि हमारे यहां ख्0 बच्चों पर एक लैब का मानक है। ऐसे में सीटें बढ़ने पर हमारे यहां के आईटीआई में मानक कम न हो, इसके लिए गवर्नमेंट ने प्रदेश के 988 आईटीआई को अपग्रेड कर उनके यहां क्लासरूम, लैब और ट्रेनिंग टूल्स मुहैया कराया जाएगा। इसके तहत इस साल करीब 9म् आईटीआई को शासन की ओर से लैब, क्लास रूम और टूल्स खरीदने के लिए मदद प्रदान की गई है। वहीं अगले साल क्क्भ् आईटीआई को भी यही सब मुहैया कराया जाएगा। जिससे इन आईटीआई में सीटें बढ़ने के बाद यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को कोई प्रॉब्लम न हो।

बंद होंगे अव्यवहारिक कोर्सेस

आईटीआई में अभी कई ऐसे कोर्सेस पढ़ाए जाते हैं, जो आज के समय में किसी काम के नहीं है। ऐसे में आईटीआई में पढ़ने वाले बच्चे इन कोर्सेस की तरफ रुख ही नहीं कर रहे हैं। सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि अगले साल से हम ऐसे कई कोर्सेस को बंद कर देंगे, जो आज के समय में व्यवहारिक ही नहीं है। जैसे पुराने टीवी बनाने, रेडियो रिपेयरिंग जैसे कोर्स आज के समय में बदहाली झेल रहे हैं। इन कोर्सेस के स्थान पर डिपार्टमेंट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट नए कोर्सेस की शुरुआत करेगा। जिस पर अगले एक दो मंथ में शासन में इस पर प्रस्ताव पास कर दिया जाएगा।