- मारपीट रोकने के लिए नहीं आया कोई प्रशासनिक अधिकारी

LUCKNOW: एक ओर जहां शुक्रवार को पूरे देश में क् अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर लखनऊ यूनिवर्सिटी कैम्पस में छात्रों का आतंक अपने चरम सीमा तक पहुंच गया। हालात यह था कि यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के छात्र गुटों के बीच हो रही इस मारपीट को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी का कोई भी प्रशासनिक अधिकारी तक कैम्पस में मौजूद नहीं था।

जब राज्यपाल भी मौजूद रहे

लगभग पूरे दिन यूनिवर्सिटी कैम्पस में छात्र गुटों के बीच जमकर मारपीट होती रही। वह भी तब जब यूनिवर्सिटी में सुबह सरदार वल्लभ भाई पटेल के जयंती के अवसर पर खुद राज्यपाल राम नाईक यूनिवर्सिटी कैम्पस में मौजूद थे। इतनी सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद भी स्टूडेंट्स ने कैम्पस में जमकर मारपीट की वह भी एक दो बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार छात्रों का गुट आपस में भीड़ गया।

कैंटीन से निकाल कर जमकर पीटा

लखनऊ यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग में स्थित तोताराम कैंटीन में शुक्रवार को क्क् बजे के आसपास छात्रों का गुट वहां पहुंचे और कैंटीन में बैठे एक छात्र को वहां से पकड़ कर यूनिवर्सिटी के मेन रोड तक मारते हुए लेकर आए। स्टूडेंट्स के हमले में छात्र बहुत बुरी तरह से घायल हो गया। मार से बचने के लिए यूनिवर्सिटी कैम्पस से बाहर की ओर भागा। वहीं गेट पर खड़े सुरक्षा गार्ड स्टूडेंट की पीटाई होते हुए देखते रहे। उसे बचाने के लिए कोई भी सुरक्षा गार्ड स्टूडेंट्स को रोकने तक नहीं गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस पूरे मामले से अनिभिगता जता रहा है। जबकि छात्रों को कहना है कि स्टूडेंट को इतनी बुरी तरह से मारा गया था कि उसके मुंह से खून निकल रहा था।

अशोक वाटिका पर छात्र को घेर कर मारा

इस घटना के चंद मिनटों बाद छात्रों का दूसरे समूह ने टैगोर लाइब्रेरी के पास स्थित अशोक वाटिका के सामने आर्चाय नरेंद्र देव हॉस्टल के छात्र आकाश वर्मा को जमकर पीट दिया। पीडि़त छात्र ने इसकी शिकायत असिसेटेंड प्रॉक्टर प्रो। नीरज जैन से किया, उन्होंने पीडि़त छात्र को प्रॉक्टर ऑफिस में लिखित शिकायत दर्ज कराने को कहा। अभी यह घटना हुए आधा घंटा भी नहीं बीता था कि छात्रों के समूह ने प्रॉक्टर ऑफिस के सामने एक और छात्र को पीट दिया। उसे जान से मारने तक की धमकी दी।

गायब रहा पूरा प्रॉक्टोरियल विभाग

यूनिवर्सिटी कैम्पस में छात्र गुटों के आपसी लड़ाई जहा रूकने का नाम नहीं ले रही थी, वहीं इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी पूरा प्रॉक्टोरियल बोर्ड कैम्पस से नदारत रहा। इसका फायदा उठाते हुए पूरे कैम्पस में घूम-घूम कर दूसरे पक्ष के छात्रों को खोजते रहे, जिसके लिए उन्होंने जिसे चाहा रोका उसे पूछताछ करने से साथ धक्का मुक्की तक की।

पीडि़त छात्रों ने दर्ज कराई एफआईआर

यूनिवर्सिटी में छात्र गुटों के बीच हुए मारपीट के मामले में पीडि़त तीन छात्रों ने हसनगंज थाने में एक छात्र मलखान सिंह के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने और मारपीट का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराने के लिए सूचना दर्ज कराया है। वहीं इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में हमारे पास केवल एक ही छात्र ने मारपीट का मामला दर्ज कराया है, बाकि मामलों की जांच की जाएगी।

हमारे संज्ञान में केवल एक ही मामला आया है। लेकिन हम पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। पहले आरोपी छात्रों की पहचान कर निलंबन की कार्रवाई होगी फिर इस मामले की जांच की जाएगी।

- प्रो। मनोज दीक्षित,

प्रॉक्टर, लखनऊ यूनिवर्सिटी