- लखनऊ यूनिवर्सिटी की परीक्षा समिति की बैठक में हुए कई बड़े बदलाव

- अब स्टूडेंट्स की मार्कशीट के साथ लगेगी पासपोर्ट साइज फोटो भी

- अगली साल से इनवॉयरमेंटर साइंस पर ऑर्गनाइज किया जाएगा एग्जाम

LUCKNOW: स्नातक की परीक्षा में पास होने के लिए अनिवार्य विषय के रूप में राष्ट्रगौरव की परीक्षा देने से वंचित रह गये छात्रों के हाथ में अब स्नातक की डिग्री होगी। शुक्रवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी में सम्पन्न हुई परीक्षा समिति की बैठक ने इस पर मुहर लगा दी है। ऐसे सभी वंचित छात्रों को मार्च ख्0क्भ् में होने वाले एनुअल एग्जाम के साथ ही शामिल होने का मौका दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी की तरफ से छात्रों के हित को देखते हुए यूजी की डिग्री हासिल करने के लिए अंतिम मौका दिया जा रहा है।

अगले साल से इनवायरमेंटल साइंस का होगा पेपर

यूजी लेवल पर छात्रों को राष्ट्रगौरव की परीक्षा देना अनिवार्य है। इसकी परीक्षा न देने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी की तरफ से डिग्री नहीं दी जाती है। जिसके चलते उनकी पढाई अधूरी ही रहती है। इस मामले में काफी संख्या में आए प्रत्यावेदनों को देखते हुए यूनिवर्सिटी के वीसी की अध्यक्षता में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक ने हरी झंडी दे दी है। इन सभी छात्रों की परीक्षाएं ख्0क्भ् में कराई जाएंगी। इन छात्रों को डिग्री देने के बाद यूनिवर्सिटी की तरफ से न्यायालय के आदेश पर अनिवार्य एच्छिक विषय के रूप में इनवायरमेंटल साइंस को शामिल किया जाएगा।

ब कापी की व्यवस्था समाप्त

परीक्षा समिति ने परीक्षाओं के दौरान छात्रों को दिये जाने वाले ब कांपी की व्यवस्था को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने समाप्त कर दिया है। पूर्व में फ्ख् पेज की उत्तर पुस्तिकाओं के स्थान पर अब छात्रों को ब्0 पेज की कांपी दी जाएगी। इसके साथ ही उत्तर पुस्तकाओं के कवर पेज को बदलने का र्निर्णय लिया गया है। कवर पेज ओएमआर शीट के फॉर्म में होगा। जिस पर स्टूडेंट अपना विवरण और टीचर अपने मार्क का ब्यौरा देंगे।

परीक्षा सिस्टम में बदलाव पर कमेटी गठित

परीक्षा समिति ने पूरे परीक्षा सिस्टम के बदलाव पर सहमति दे दी है। इसके लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। गठित समिति में लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ। मनोज पांडेय, लुआक्टा महामंत्री के अलावा आईपीपीआर के निदेशक प्रो। एनके पांडेय के अलावा तीन बाहरी विशेषज्ञ शामिल होंगे। गठित कमेटी यूजीसी की गाइड लाइन के आधार पर परीक्षा सिस्टम में बदलाव के साथ ही कापियों में ओएमआर सिस्टम के प्रभावी करने से लेकर बार कोड स्कैनर पर कार्य करेगी।

कॉलेजों को भी मिलेगा अंको का चार्ट

कॉलेजों की ओर से चार्ट उपलब्ध कराने को लेकर वषरें से चली आ रही मांग पर परीक्षा समिति ने अपनी सहमति दे दी है। यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं के अंको को लेकर बनने वाले रेड व ब्लू चार्ट के साथ ही एक चार्ट कॉलेजों को भेजा जाएगा। जिसके आधार पर कॉलेजों के प्राचार्य सत्यापन कर मार्कशीट जारी कर सकेंगे। इसके अलावा विभागों के रखे जाने वाले रेड चार्ट को परीक्षा समिति ने परीक्षा विभाग में ही रखने पर संस्तुति दे दी है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने मार्कशीट को लेकर होने वाले गोरखधंधे पर अंकुश लगाने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मार्कशीट पर छात्रों के फोटो अंकित कराने के प्रस्ताव को परीक्षा समिति ने हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा बैठक में पूर्व परीक्षा कायरें को लेकर अनियमितता के आरोप में तीन शिक्षकों को परीक्षा कार्य में शामिल न किये जाने के आदेश को परीक्षा समिति ने वापस ले लिया है।