- लखनऊ यूनिवर्सिटी में नहीं रुक रहा स्टूडेंट़्स का आतंक

- पुलिस और प्रॉक्टोरियल बोर्ड को नहीं मिला एक भी आरोपी स्टूडेंट्स

- अराजकता को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन बिना आईडी कार्ड वाले स्टूडेंट्स को कैम्पस में नहीं देगा प्रवेश

LUCKNOW@inext,co.in

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की अराजकता रुकने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन कैम्पस में मारपीट की घटनाएं होना अब आम हो गई है। शुक्रवार को यूनिवर्सिटी कैम्पस के साइंस कैंटीन में दो छात्रों के बीच में मारपीट हुई। तो वहीं तोताराम कैंटीन पर मारपीट के आरोपी छात्र के कैम्पस आने की सूचना पर एएनडी हॉस्टल के छात्रों ने सूचना मिलने पर आरोपी छात्र को कैम्पस में कट्टा लेकर दौड़ा लिया। जान बचाने के लिए आरोपी छात्र ने क्00 नम्बर पर सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पहुंची पुलिस ने जांच शुरू किया जो उसे कुछ भी हाथ नहीं लगा।

कट्टा लेकर दौड़ा लिया

पिछले दिनों लखनऊ यूनिवर्सिटी के तोताराम कैंटीन में एएनडी हॉस्टल के एक छात्र को कुछ लड़कों ने जमकर पीट दिया था। जिसमें मलखान सिंह, जितेंद्र सिंह समेत कई छात्रों का नाम सामने आया था। शुक्रवार को जितेंद्र सिंह यूनिवर्सिटी कैम्पस में आया था। इसकी सूचना जब एएनडी हॉस्टल के छात्रों को मिली तो वह कैम्पस में शुक्रवार को पहुंचे और जितेंद्र सिंह को देखते ही उसे कट्टा लेकर दौड़ा लिया। जितेंद्र सिंह किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागा और प्रॉक्टर ऑफिस आकर इसकी सूचना प्रॉक्टर कार्यालय और सौ नम्बर पर दी। मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर हॉस्टल के स्टूडेंट्स इधर-उधर हो गए। मौके पर पुलिस को कोई भी संदिग्ध स्टूडेंट नहीं मिला जिसके पास कट्टा हो।

साइंस कैंटीन पर हुई मारपीट

वहीं कैम्पस के बॉटनी डिपार्टमेंट के पास स्थित साइंस कैंटीन में बीए सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स के बीच में पैसों के लेनदेन को लेकर मारपीट हो गई। सूचना पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दोनों छात्रों को पकड़ कर अपने साथ कार्यालय में ले आई। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान हॉस्टल के प्रोवोष्ट ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड में स्टूडेंट्स को छोड़ने के लिए कहा। यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टोरियल बोर्ड का कहना है कि प्रोवोष्ठ का कहना है कि दोनों स्टूडेंट्स ने समझौता कर लिया इस कारण से उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

कार्रवाई से घबरा रहा है यूनिवर्सिटी प्रशासन

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले कुछ महीनों से कैम्पस में फैले अराजकता को कम करने के लिए करीब आधा दर्जन छात्रों को निष्कासन की तैयारी कर ली थी। जो विभिन्न मामलों में संलिप्त थे। लेकिन कार्रवाई की बात कहकर यूनिवर्सिटी प्रशासन इस भूल गया। जिसका नतीजा है कि स्टूडेंट्स खुलेआम कैम्पस में कट्टे लेकर मारपीट कर रहे है।

एक दिसम्बर से बिना आईकार्ड के नहीं मिलेगा प्रवेश

कैम्पस में आए दिन हो रहे मारपीट की घटनाओं को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक दिसम्बर से कैम्पस में किसी भी बाहरी छात्र के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो। मनोज दीक्षित ने बताया कि यूनिवर्सिटी के किसी भी स्टूडेंट्स को बिना आईकार्ड दिखाए कैम्पस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही यूनिवर्सिटी के सभी गेटों पर हर एक छात्र के आईकार्ड की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।

पुलिस को मामला सौंप दिया गया है, अभी किसी भी स्टूडेंट्स का नाम सामने नहीं आया है। इन घटनाओं को रोकने के लिए बिना आईडी कार्ड के किसी भी स्टूडेंट्स को कैम्पस में एंट्री नहीं दिया जाएगा।

प्रो। मनोज दीक्षित, प्रॉक्टर, एलयू