- इस साल इंटरमीडिएट के रिजल्ट जारी होने के बाद हो सकता है लागू

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LUCKNOW: सीबीएसई ने अपने इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को अगले सेशन में एक विषय में क्0 से अधिक सवालों का रिवैल्यूएशन कराने का मौका देने जा रहा है। वहीं रिवैल्यूएशन कुल क्ख् विषयों का हो सकेगा। अब तक सीबीएसई केवल नौ विषयों में ही रिवैलुएशन कराने का मौका प्रदान करता था। इसके अलावा एक विषय में अधिकतम क्0 सवालों का रिवैल्यूएशन होता था। जानकारी के अनुसार इस साल इंटरमीडिएट के रिजल्ट आने के बाद बोर्ड इस पर अपनी मोहर लगा सकता है। इसके अलावा यह व्यवस्था केवल इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स के लिए है। उनके लिए अधिकतम क्0 सवालों के जांच कराने की सीमा खत्म होगी।

हिस्ट्री, जियोग्राफी को मिल सकता है मौका

सीबीएसई बोर्ड में मौजूदा नियमों के अनुसार अभी तक क्ख्वीं के स्टूडेंट्स के लिए अब तक इंग्लिश, हिंदी, मैथ्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायो, बिजनेस स्टडी, इकोनॉमिक्स और एकाउंटेंसी कुल नौ विषयों का रिवैल्यूएशन कराने का अधिकार था। लेकिन नए नियम के लागू होने के साथ ही यह अब क्ख् विषय के लिए लागू हो जाएंगा। इन नौ विषयों के अलावा हिस्ट्री, जियोग्राफी, मनोविज्ञान और वोकेशनल में से कोई भी एक विषय शामिल किया जा सकता है। वहीं हाईस्कूल के स्टूडेंट्स पहले की तरह सिर्फ मॉ‌र्क्स की दोबारा से जांच करा सकेगें। उन्हें रिवैलुएशन नहीं करा सकेंगे उन्हें अपने सवालों को दोबारा से जांचवाने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसके लिए बोर्ड कि दो अलग-अलग प्रक्रिया है। पहली प्रक्रिया में दिए गए मॉ‌र्क्स को दोबारा से गिना जाता है। इसमें देखा जाता है कि सभी सवालों के मॉ‌र्क्स का टोटल कहीं गलत तो नहीं है। दूसरी प्रक्रिया में सवालों को दोबारा से जांचा जाता है।

तीन चरणों से गुजरना होगा

पहले चरण में मॉ‌र्क्स का सत्यापन यानी दोबारा से जांच करानी होगी। इसके आधार पर दूसरे चरण में उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी की मांग करनी होगी। इसके लिए भी ऑनलाइन आवेदन होगा। प्रत्येक विषय की उत्तर.पुस्तिका की फोटोकॉपी के लिए 700 रुपए फीस के तौर पर देना होगा। यदि छात्र को इसमें गड़बड़ी नजर आती है तो वे इस आधार पर तीसरे चरण में रिवैलुएशन करा सकेंगे। इसके अलावा बिना फोटो कॉपी लिए रिवैलुएशन के लिए आवेदन नहीं का सकता है।

पांच से अधिक मॉ‌र्क्स बढ़ने पर नई मार्कशीट

यदि रिवैलुएशन में छात्र के अंकों में इजाफा होता है तो उसके नए मॉ‌र्क्स मान्य होंगे। कम से कम पांच मॉ‌र्क्स बढ़ने पर ही नए मॉ‌र्क्स को शामिल किया जाएगा। पुरानी मार्कशीट जमा कराने पर नई मार्कशीट जारी की जाएगी। इतना ही नहीं मॉ‌र्क्स बढ़ने पर आवेदन फीस वापस कर दी जाएगी।

यह प्रक्रिया पर बोर्ड अभी विचार कर रहा है। इस पर स्कूलों से राय ली जा चुकी है। जहां तक इसे इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी होने के बाद लागू किया जा सकता है।

डॉ। जावेद आलम, सिटी कोऑडिनेटर, सीबीएसई