- किसी भी कॉलेज ने अभी तक नहीं दी अपने शिक्षकों की जानकारी

- दो बार लेटर भेजने के बाद भी नहीं सुन रहे कोई कॉलेज

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी यूपीटीयू ने एग्जाम रिफॉर्म कमेटी के तहत अपनी पूरी प्रक्रिया में बदलाव करने की कवायद शुरू किया है। लेकिन उसके इस काम पर खुद के ही कॉलेज भारी पड़ रहे है। यूपीटीयू ने अपने सभी कॉलेजों से कई अपने टीचर्स के नाम और उनसे जुड़ी सभी जानकारी मांगी थी, लेकिन अभी तक किसी भी कॉलेज ने यूनिवर्सिटी को टीचर्स का कोई भी डाटा नहीं भेजा है। इसको लेकर यूनिवर्सिटी ने अपने सभी कॉलेजों को दो बार नोटिस जारी कर चुका है।

प्रैक्टिकल एग्जाम में हुआ था फर्जीवाड़े का खुलासा

यूपीटीयू के दिसम्बर में हुए सेमेस्टर एग्जाम में प्रैक्टिकल एग्जाम में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। राजधानी के बाबू बनारसी दास ग्रुप ऑफ कॉलेज की प्रैक्टिकल एग्जाम की कॉपी चिनहट कोतवाली के पास एक कबाड़ी की दुकान में मिली थी। यह सभी कॉपियों का मूल्यांकन भी नहीं हुआ था और इनका नम्बर यूपीटीयू को भेज दिया गया था। इस मामले के जांच के लिए यूपीटीयू ने एक कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी ने पाया था कि कॉलेज ने प्रैक्टिकल एग्जाम में अपने ही दूसरे कॉलेज के टीचर को एग्जामिनर बनाकर कॉलेजों में एग्जाम आयोजित कराया था।

दो बार मांग चुका है रिपोर्ट

यूपीटीयू के एग्जाम कंट्रोलर प्रो। बीएन मिश्रा ने यूपीटीयू से एफिलिएटेड सभी कॉलेजों में नियुक्ति टीचर्स का रिकार्ड मांगा था। ताकि यूनिवर्सिटी दोबारा से अपने प्रैक्टिकल एग्जाम और दूसरे कामों के लिए टीचर्स रिकार्ड बना सके। लेकिन यूपीटीयू के कॉलेजों ने अभी तक एग्जाम कंट्रोलर को कोई रिकार्ड नहीं मुहैया कराया है। जबकि इसके लिए कॉलेजों को दोबारा नोटिस जारी किया जा चुका है।