- कॉलेजों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से सेमेस्टर एग्जाम के रिजल्ट घोषित न किए जाने पर शासन ने यूनिवर्सिटी को फटकार लगाई है। शासन की ओर से फटकार के बाद से यूनिवर्सिटी नींद से जागा है। शासन की फटकार के बाद यूपीटीयू ने एफिलिएटेड कॉलेजों को नोटिस जारी कर सेशनल और प्रैक्टिकल एग्जाम के मॉ‌र्क्स भेजने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। यूनिवर्सिटी की तरफ से यह कदम शासन के सख्त रूख को देखते हुए उठाया गया है। जबकि एग्जाम रिजल्ट न जारी होने के कारण शासन का कहना है कि इससे आगे के एग्जाम को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

एग्जाम को लेकर जारी हुआ है लेटर

शासन स्तर पर विशेष सचिव मासूम अली सरवर की तरफ से यूपीटीयू के वीसी प्रो। आरके खांडल के नाम से जारी नोटिस में कहा गया है कि सेशन ख्0क्ब्-क्भ् के एकेडमिक कैलेंडर के हिसाब से आड सेमेसटर के एग्जाम का मूल्यांकन कार्य जनवरी में एग्जाम के समाप्त होने के बाद पूरा कर समय पर घोषित हो जाना चाहिए था मगर यूपीटीयू की तरफ से समय से रिजल्ट घोषित न होने पर क्क् मई से शुरू होने वाली सम सेमेस्टर की एग्जाम को लेकर छात्रों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसलिए यूपीटीयू को चाहिए को एक वीक के अंदर रिजल्ट जारी कर शासन को अवगत कराए। इधर यूपीटीयू से जुडे सूत्रों का कहना है कि राजभवन के पत्र पर शासन के सख्त रूख को देखते हुए यूनिवर्सिटी की तरफ से कॉलेजों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

रिजल्ट सुधारने के लिए किया नोटिस जारी

इस बारे में यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रो। बीएन मिश्रा का कहना है कि रिजल्ट सुधारने के लिए यह कदम उठाया गया है। शासन का लेटर का से कोई सम्बन्ध नहीं है। जबकि शासन के नेट में साफ साफ एग्जाम का जिक्र किया गया है।