देहरादून: अब प्रदेश की शिक्षा सुधरने की दिशा में खिसक सकती है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी अब 'मार्कशीट' तैयार होगी, जिससे काम करने वाले और नाकारा अधिकारियों का खुलासा हो सके। डीजी स्कूल एजुकेशन डी। सेंथिल पांडियन ने फ्राइडे को अधिकारियों के काम का मूल्यांकन कर 17 बिंदुओं वाला यह गोपीनीय रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं।

फ्राइडे को जारी किए डीजी ने निर्देश

फ्राइडे को जारी निर्देशों में महानिदेशक डी। सेंथिल पांडियन ने कहा कि सभी विकास खंड, जनपद, मंडल और राज्य स्तरीय अधिकारियों को वार्षिक गोपनीय आख्या में पूर्व निर्धारित बिंदुओं के साथ ही 17 नए बिंदुओं पर भी आख्या देनी होगी। उन्होंने बताया कि अब आख्या में अधिकारी ने एक शैक्षिक सत्र में कितने विद्यालयों का निरीक्षण किया और निरीक्षण के बाद क्या सुझाव दिए, चेतावनी देने, स्पष्टीकरण लेने और कार्रवाई का ब्यौरा देना होगा।

बाल स्वास्थ्य की भी देंगे जानकारी

उन्होंने बताया कि साथ ही जिले में कुल निरीक्षणों की संख्या, बाल स्वास्थ्य परीक्षण के तहत कितने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया, गौरा देवी कन्याधन योजना का लाभ कितनी छात्राओं को दिलाया, विभागीय छात्रवृत्तियों के लिए चयनित छात्रों की संख्या और वितरण का ब्योरा भी देना होगा।

पेंशनर्स का काम किया या नहीं!

उन्होंने बताया कि इस सबके साथ ही अधिकारियों के कार्यालय को मिले सेवानिवृत्तक लाभ, पेंशन, जीपीएफ, जीआईएस, ग्रेच्युटी, नगदीकरण, चयन, प्रोन्नत वेतनमान, एसपी के कितने मामलों को अग्रसारित व निस्तारित किया और सेवानिवृत्ति प्रकरण किस स्तर पर लंबित है। यह सब जानकारी भी देनी होगी।

बजट कहां किया खर्च, ये भी बताएंगे

पांडियन ने बताया कि अब अधिकारियों को विकास को मिले बजट का मदवार विवरण वर्षभर में सेवारत प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों की संख्या व सीडब्ल्यूएसएन कार्यक्रम में चिह्नित व लाभांवित छात्रों की संख्या, एमडीएम न बनाने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई, उपचारात्मक शिक्षण वाले विद्यालयों की संख्या, जिले का बोर्ड परीक्षा का परिणाम, सभी योजनाओं के अन्तर्गत स्वीकृत निर्माण के सापेक्ष प्रगति, न्यायालय में कुल वाद और दाखिल शपथ पत्रों की स्थिति और वादों के निर्णयों के अनुपालन की जानकारी इन बिंदुओं पर देनी होगी।