अनट्रेंड टीचर्स के सहारे स्कूलों में बच्चों को दे रहे शिक्षा

बेहतर एजूकेशन के नाम पर पैरेंट्स से वसूल रहे हैं मोटी फीस

ALLAHABAD: नए सत्र की शुरआत स्कूलों में हो गई है। ऐसे में पैरेंट्स पर स्कूलों का प्रेसर भी शुरू हो गया है। बच्चों का एडमिशन कराने के लिए हर बार की तरह ही इस बार भी पैरेंट्स बढ़ी हुई फीस देने के लिए पैसों के जुगाड़ और अपना बजट सही करने में जुटे हैं। सिटी के कई स्कूल ऐसे हैं, जो मोटी फीस लेने के बाद भी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। इन स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए ऐसे टीचर्स रखे जा रहे हैं जिन्होंने कहीं से भी टीचिंग की ट्रेनिंग नहीं की है। यही नहीं इंग्लिश मीडियम स्कूल के इन टीचर्स को सही स्पेलिंग तक नहीं आती।

एक लिस्ट में दो स्पेलिंग, दोनों गलत

म्योर रोड पर संचालित सेंट कोलंबस स्कूल की हालत यह है कि इस स्कूल में पैरेंट्स को दी जाने वाली क्लास वाइज स्कूल फीस की डिटेल में कोऑर्डिनेटर की स्पेलिंग यहां के गैरजिम्मेदाराना रवैये को बयां करती है। स्कूल के फीस डिटेल की स्लिप में क्लास 1 से लेकर 5 वीं तक के कोर्स कोऑर्डिनेटर की स्पेलिंग अलग लिखी है तो उसके ठीक नीचे नर्सरी से लेकर यूकेजी के कोर्स कोआर्डिनेटर की स्पेलिंग अलग ही लिखी है।

बॉक्स

यह है सही स्पेलिंग

Course Coordinator

नर्सरी से यूकेजी में ऐसे लिखा है

Course Coordinator

1 से 5वीं में ऐसे लिखा है

Course Courdinator

सैलरी के चक्कर में फ्यूचर से खिलवाड़

मोहल्लों में खुलने वाले ज्यादातर स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कम सैलरी के चक्कर में अनट्रेंड टीचर्स को रखते है। इसमें खासतौर पर ग्रेजुएट या इंटरमीडिएट पास स्टूडेंट्स को ही पार्ट टाइम टीचर्स के रूप में रखकर पढ़ाया जाता है। जबकि पढ़ाई व अन्य सुविधाओं के नाम पर पैरेंट्स से भारी भरकम फीस वसूल की जाती है।

वर्जन

ऐसी गलती कैसे हो गई। इसका पता लगवाकर उसे सही कराती हूं। प्रिंटिंग मिस्टेक भी हो सकती है। जहां तक फीस वृद्धि की बात है तो हमारे यहां इस बार किसी भी क्लास में फीस नहीं बढ़ाई गई। हमारे स्कूल में बीएड डिग्री धारकों को ही शिक्षक के रूप में रखा जाता है।

-गीता कपूर

प्रिंसिपल, सेंट कोलंबस स्कूल