- महात्मा गांधी केंद्रीय विश्व विद्यालय में प्रथम शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ

- छात्रों को बस सेवा देने के लिए राधामोहन ने दिए एक करोड़

- विक्रमशिला में होगी तीसरे सेंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना : उपेन्द्र कुशवाहा

PATNA: इस सदी का सबसे बड़ा हथियार शिक्षा है। ख्क्वीं सदी में एटम बम या अन्य कोई शस्त्र प्रभावी नहीं होने वाला। इसके लिए शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देना जरूरी है। मोतिहारी में स्थापित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को शोध और अनुसंधान केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। ये बातें केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मोतीहारी जिला स्कूल मैदान में केविवि के प्रथम शैक्षणिक सत्र के इनॉगरेशन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि देश के मेधावी युवा विदेशों में शोध के लिए जाते हैं, उन्हें रोकना है। उन्हें बेहतर माहौल देना है, ताकि अपने देश में बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। शिक्षा, अच्छी शिक्षा का नारा देकर विभाग ने एक माहौल बनाने का कार्य किया है। आजादी से पूर्व भारत हर क्षेत्र में आगे इसलिए था कि यहां नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय थे। उन्होंने केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में टॉपर छात्र और छात्राओं की फीस माफ करने की घोषणा की।

शिक्षा के मंदिर में नहीं हो राजनीति

केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए जमीन उपलब्ध होने के बाद कृषि फैकल्टी की स्थापना की जाएगी। केविवि के प्रारंभ होने के बाद छात्र-छात्राओं को लाने और पहुंचाने के लिए बस सेवा शुरू करने के लिए एक करोड़ रुपए का आदेश पत्र वीसी को दिया। कहा कि केविवि सबकी मेहनत की बदौलत मिला। शिक्षा के मंदिर पर किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। वहीं, मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में दो केविवि प्रारंभ हो चुके हैं। तीसरा केविवि विक्रमशिला में खुलेगा। आम लोग और सरकार का सहयोग मिला तो दो साल में यह विश्वविद्यालय आकार ले लेगा। इससे पहले तीनों मंत्रियों के साथ पश्चिम चंपारण के एमपी डॉ.संजय जायसवाल, शिवहर एमपी रमा देवी, केविवि के वीसी डॉ.अर¨वद अग्रवाल ने संयुक्त रूप से नए शैक्षणिक सत्र का इनॉगरेशन किया।

पाकिस्तान जान ले देश में नमो की सरकार

पीएम मोदी के विजन की प्रसंशा करते हुए मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि नमो के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में सबल हुआ है। हाल के दिनों में आतंकी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर जिस प्रकार जवाब दिया गया है, उसके बाद पाक को बोलने की हिम्मत नहीं रह गई है। हमारे जवानों से पाक लड़ाई करके नहीं जीत सकता। पाकिस्तान यह समझ ले कि देश में नरेन्द्र मोदी की सरकार है।

बिहार के शिक्षा मंत्री को निमंत्रण नहीं

मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक सत्र का इनॉगरेशन बुधवार को हुआ, लेकिन इसमें बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ। अशोक चौधरी को नहीं बुलाया गया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडे़कर और कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने केंद्रीय विवि के नए सेशन की शुरुआत की। शिक्षा मंत्री डॉ। चौधरी ने बीजेपी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है। बिहार कांग्रेस ने भी शिक्षा मंत्री को आमंत्रित न करने को गंभीर बताते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार से उम्मीद भी क्या की जा सकती है। बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता हरखू झा ने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में तालमेल नहीं है। एक ओर सबका साथ सबका विकास जैसे नारे देती है वहीं सरकार प्रायोजित कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री को न बुलाकर उसने साबित कर दिया है कि यह बीजेपी का कार्यक्रम है।